अमेरिका की भारत को फिर धमकी, पीयूष गोयल बोले- इससे हम पर कोई असर नहीं पड़ेगा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 22, 2019 09:40 AM2019-06-22T09:40:21+5:302019-06-22T09:40:21+5:30
अमेरिका के डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने भारत को आगाह किया है कि वह 'अनुचित' व्यापार गतिविधियों को लेकर उसके खिलाफ कुछ 'अतिरिक्त कार्रवाई' कर सकता है. अमेरिका ने कहा है कि दोनों देशों के बीच इस मुद्दों पर कोई प्रगति नहीं हुई है जिसकी वजह से उसे अतिरिक्त कार्रवाई जैसा कदम उठाना पड़ सकता है.
अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर ने यह चेतावनी दी. कुछ दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत के साथ तरजीही व्यापार व्यवहार व्यवस्था समाप्त करने की घोषणा की थी.
भारत अमेरिका के दशकों पुराने तरजीह प्रदान करने की सामान्य प्रणाली कार्यक्रम का लाभार्थी रहा है. अमेरिकी संसद के आंकडों के अनुसार इस कार्यक्रम की वजह से भारत ने 2017 में अमेरिका को 5.7 अरब डॉलर की शुल्क मुक्त वस्तुओं का निर्यात किया था.
लाइटहाइजर ने बुधवार को कहा था, हमने भारत को लेकर चिंता में काफी समय खर्च कर दिया है. भारत एक बड़ी अर्थव्यवस्था और यह आगे और बड़ी होगी. यह अमेरिका के किसानों और कंपनियों के लिए एक बड़ा अवसर है. यह कहने के बावजूद हमारी उनके साथ काफी समस्याएं हैं. हाल के महीनों में हमने यह मुद्दा उनके साथ उठाया है.
पोंपियो की यात्रा के पहले बयान
अमेरिका का यह बयान अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो की भारत यात्रा से पहले आया है. पोंपियो 25 से 27 जून तक भारत की यात्रा पर आ रहे हैं. लाइटहाइजर ने अमेरिकी संसद में कहा कि ट्रम्प प्रशासन ने पिछले कुछ माह के दौरान जीएसपी की समीक्षा की है. उसके बाद राष्ट्रपति ने जीएसपी को वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, हम इन मुद्दों पर कोई प्रगति नहीं कर सके हैं. कई महीनों तक इसका प्रयास किया गया, लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई.
अमेरिका के तरजीही दर्जा खत्म करने से अर्थव्यवस्था पर असर नहीं : गोयल
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अमेरिका द्वारा भारत को व्यापार में तरजीह दिए जाने की व्यवस्था के तहत तरजीही व्यापार व्यवहार (जीएसपी) को समाप्त किए जाने के बाद देश की अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है और भारत ने इस स्थिति को बखूबी संभाला है. उन्होंने कहा, जब पूरे विश्व में विभिन्न देशों के बीच व्यापारिक युद्ध चल रहा है, इससे भारत भी प्रभावित होगा. लेकिन भारत ने इस स्थिति को बेहतर तरीके से संभाला है.
गोयल ने बताया कि भारत ने कैलेंडर वर्ष 2018 के दौरान जीएसपी कार्यक्रम के तहत अमेरिका को 6.3 अरब डालर कीमत की वस्तुओं का निर्यात किया था. यह अमेरिका को भारत के कुल निर्यात का 12.1 % था.
अमेरिका से भारत को आयात होने वाली कुछ वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाए जाने पर भारत की जवाबी प्रतिक्रिया से संबंधी राज्य सभा में पूरक प्रश्न के जवाब में गोयल ने बताया कि भारत ने भी इसकी भरपाई के लिए अमेरिका निर्यात होने वाली कुछ वस्तुओं पर शुल्क में बढ़ोतरी कर दी है.
हालांकि उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार में यह सामान्य प्रक्रिया है. अमेरिकी कार्रवाई से भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रभाव के बारे में गोयल ने कहा कि जीएसपी खत्म होने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को 25 से 26.9 करोड़ अमेरिकी डॉलर का असर पड़ा है, लेकिन भारत जैसी विशाल अर्थव्यवस्था के लिए यह नगण्य है.