संयुक्त राष्ट्र संघ में बोला भारत, पाकिस्तान की राज्य नीति हथियार के रूप में आतंकवाद का इस्तेमाल करना
By भाषा | Published: March 8, 2019 10:47 PM2019-03-08T22:47:16+5:302019-03-08T22:47:16+5:30
भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत राजीव चंद्र ने संयुक्त राष्ट्र में कहा, ‘‘आतंकवाद मानवाधिकारों का सबसे मौलिक उल्लंघन है और हम इसे नजरअंदाज करके खुद जोखिम लेते हैं।’’
संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कहा है कि पाकिस्तान द्वारा राज्य की नीति के हथियार के रूप में आतंकवाद का इस्तेमाल ‘‘मुख्य समस्या’’ है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक सुर में आतंकवाद और आतंकवादियों की निंदा करनी चाहिए।
मानवाधिकार परिषद के 40वें सत्र को बृहस्पतिवार को संबोधित करते हुए जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत राजीव चंद्र ने कहा, ‘‘आतंकवाद मानवाधिकारों का सबसे मौलिक उल्लंघन है और हम इसे नजरअंदाज करके खुद जोखिम लेते हैं।’’
उन्होंने परिषद से कहा कि मुख्य समस्या सीमापार आतंकवाद और पाकिस्तान द्वारा राज्य की नीति के हथियार के तौर पर आतंकवाद का इस्तेमाल करना है। इस तथ्य पर पूर्ण रूप से गौर किया जाना चाहिए।
चंद्र ने आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने पर संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में आमसहमति का आह्वान किया।
जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर राजदूत ने कहा कि राज्य पर भारत का नजरिया परिषद में पहले ही साफ किया जा चुका है।
चंद्र ने कहा, ‘‘पूरा जम्मू कश्मीर राज्य भारत का अभिन्न हिस्सा है। पाकिस्तान हमारी जमीन के एक हिस्से पर अवैध रूप से कब्जा जमाए हुए है।’’