हिरासत में युवक की मौत के मामले में परिजनों ने न्याय की मांग की
By भाषा | Updated: November 12, 2021 16:31 IST2021-11-12T16:31:32+5:302021-11-12T16:31:32+5:30

हिरासत में युवक की मौत के मामले में परिजनों ने न्याय की मांग की
अलीगढ़ (उप्र), 12 नवंबर कासगंज पुलिस की हिरासत में युवक की मौत के मामले में परिजनों ने न्याय किए जाने और जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है।
परिवार ने कहा है कि पुलिस मृतक के पिता द्वारा कथित रूप से हस्ताक्षरित एक पत्र दिखा रही है जिसमें पुलिस को क्लीन चिट देने की बात कही गयी है। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस पत्र के लिए दबाव बनाया था।
मृतक अल्ताफ के चाचा अबरार अहमद ने यहां पत्रकारों से कहा, "जिस पत्र में अल्ताफ के पिता के अंगूठे का निशान है और जिसे पुलिस क्लीन चिट का दावा करने के लिए दिखा रही है, उसे पुलिस ने दबाव बनाकर हासिल किया था।"
अबरार ने बृहस्पतिवार रात प्रेस क्लब में पत्रकारों से कहा, "मेरा भाई पूरी तरह से अनपढ़ है और एक कागज के टुकड़े पर उसके अंगूठे का निशान ऐसे में लिया गया जब वह सदमे की स्थिति में था।"
उन्होंने कहा, "मेरा भाई मुश्किल से चल पाता है और इसलिए मैं उसकी ओर से बोलने के लिए अलीगढ़ आया हूं।"
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कासगंज पुलिस ने परिवार को पांच लाख रुपये की राशि दी है, लेकिन उसके भाई को यह पता नहीं कि यह पैसा किसने दिया है क्योंकि वह बोलने की स्थिति में नहीं है।
अबरार ने कहा, "हमारी मुख्य मांग यह है कि दोषियों को उचित सजा दी जाए क्योंकि पुलिस की यह कहानी कि अल्ताफ ने फांसी लगाकर आत्महत्या की, पूरी तरह से मनगढ़ंत है।"
इससे पहले, बृहस्पतिवार शाम अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने परिसर में विरोध मार्च निकाला था और उच्च न्यायालय के किसी मौजूदा न्यायाधीश से मामले की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की थी।
परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि अल्ताफ को ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने मार डाला है। वहीं, पुलिस का कहना है कि मृतक ने लॉक-अप के स्नानघर में अपनी जैकेट की डोरी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
गौरतलब है कि कासगंज में मंगलवार को पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय अल्ताफ की मौत हो गई थी। इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमला कर रहा है।
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