'क्या विश्व हिंदू परिषद कानून से ऊपर है?', गृह मंत्री अमित शाह से तेलंगाना सरकार के मंत्री ने किया सवाल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 19, 2022 03:02 PM2022-04-19T15:02:32+5:302022-04-19T15:10:35+5:30
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर ने जहांगीरपुरी हिंसा के लिए कथिततौर पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस हनुमान जयंती जुलूस के दौरान हुई हिंसा के संबंध में विहिप कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रही है।
हैदराबाद: देश की राजधानी दिल्ली में बीते शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा के मामले में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव (केटीआर) ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूछा है कि क्या आप इस तरह की हिंसा को बर्दाश्त कर सकते हैं और क्या विश्व हिंदू परिषद कानून-व्यवस्था से उपर का संगठन है।
केटीआर ने जहांगीरपुरी हिंसा के लिए कथिततौर पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस हनुमान जयंती जुलूस के दौरान हुई हिंसा के संबंध में विहिप कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रही है।
केटीआर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से यह भी पूछा कि वह किस तरह से दिल्ली पुलिस के द्वारा कार्रवाई में की जा रही हिलाहवाली को बर्दाश्त कर रहे हैं। केटीआर ने ट्वीट करते हुए गृह मंत्री से पूछा, "गृह मंत्री अमित शाह जी क्या ये लोग देश के कानून और भारतीय दंड संहिता से ऊपर हैं?" क्या आप दिल्ली पुलिस के द्वारा की जा रही अपमानजनक कार्रवाई को बर्दाश्त करेंगे, जो सीधे आपको रिपोर्ट करती है?"
Are these guys above the law of the land & IPC Home Minister @AmitShah Ji ?
— KTR (@KTRTRS) April 19, 2022
Will you tolerate such outrageous nonsense against Delhi police which reports to you directly? https://t.co/SG6XkxINmb
इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में केटीआर ने महंगाई और बढ़ती हुई कीमतों के मुद्दे पर एनडीए सरकार को घेरते हुए उसे एनपीए सरकार बताया है।
केटीआर अपने ट्वीट में लिखते हैं, "भारत में बेरोजगारी 45 साल के सबसे उच्चतम स्तर पर है, मुद्रास्फीति बीते 30 साल के उच्चतम स्तर पर है, ईंधन की कीमतें सबसे ज्यादा बढ़ी हुई हैं, एलपीजी सिलेंडर की कीमत दुनिया में सबसे ज्यादा है, आरबीआई का कहना है कि उपभोक्ताओं का विश्वास कम हो रहा है। क्या हम एनडीए सरकार को एनपीए सरकार बुला सकते हैं? भक्त एनपीए के लिए यही नॉन परफॉर्मिंग एसेट है।"
Unemployment in India at a 45 year High ⬆️
— KTR (@KTRTRS) April 19, 2022
Inflation at 30 year High ⬆️
Fuel Prices all time High ⬆️
LPG Cylinder price Highest in the World ⬆️
RBI says consumer confidence is at its lowest ⬇️
Should we call this NDA Govt or NPA Govt ?
For Bhakts NPA = Non performing Asset pic.twitter.com/D6PYI6E9tW
मालूम हो कि जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने जब विहिप कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया तो संगठन ने इस मामले में चेतावनी जारी कर दी थी।
वहीं उत्तर पश्चिमी दिल्ली की डीसीपी उषा रंगनानी ने कहा कि शनिवार शाम जहांगीरपुरी में आयोजित हनुमान जुलूस के मामले में आयोजकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 (लोक सेवक द्वारा विधिवत आदेश की अवज्ञा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
इससे पहले डीसीपी उषा रंगनानी ने कहा था कि दिल्ली पुलिस विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ बिना अनुमति धार्मिक जुलूस निकालने का मामला दर्ज किया था। इसके अलावा पुलिस ने हिंसा के मामले में आरोपी बनाते हुए लोकल विहिप नेता प्रेम शर्मा को कथित तौर पर गिरफ्तार भी किया था।
हालांकि बाद में पुलिस ने इस मामले में यू टर्न लेते हुए कहा कि आईपीसी की धारा 188 एक जमानती धारा और पूछताछ के बाद प्रेम शर्मा को छोड़ दिया गया। इसके अलावा पुलिस की ओर से जारी बयान में विहिप और बजरंग दल का भी नाम नहीं था।