'आत्मसम्मान है तो तत्काल छोड़ें कांग्रेस', असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को दी सलाह
By स्वाति सिंह | Published: August 30, 2020 10:28 AM2020-08-30T10:28:05+5:302020-08-30T10:28:05+5:30
ओवैसी ने गुलाम नबी आजाद के लिए कहा, 'यदि आपमें आत्मसम्मान है तो आप तत्काल पार्टी छोड़ दें। उन्होंने कहा कि आजाद ने एआईएमआईएम को भारतीय जनता पार्टी की बी टीम कहा था। आज उनकी पार्टी के लोग खुद उन्हें ही भाजपा की कठपुतली बता रहे हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर चल रहे ड्रामे के बीच ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गुलाम नबी आजाद को नसीहत दी है। एआईएमआईएम प्रमुख ने ऑनलाइन रैली को संबोधित करते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस छोड़ने के लिए कहा है।
ओवैसी ने गुलाम नबी आजाद के लिए कहा, 'यदि आपमें आत्मसम्मान है तो आप तत्काल पार्टी छोड़ दें। उन्होंने कहा कि आजाद ने एआईएमआईएम को भारतीय जनता पार्टी की बी टीम कहा था। आज उनकी पार्टी के लोग खुद उन्हें ही भाजपा की कठपुतली बता रहे हैं।
AIMIM President and Hyderabad MP Barrister @asadowaisi and AIMIM General Sec. @SyedAhmedPash14 addresses on the occasion of Jalsa Shahadat-e-Imam Hussain https://t.co/KDEHNCTLEY
— AIMIM (@aimim_national) August 29, 2020
ओवैसी ने आजाद को दी कांग्रेस से किनारा कर लेने की सलाह
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक के दौरान कांग्रेस की एक वरिष्ठ महिला नेता ने आजाद से पूछा कि जब जम्मू कश्मीर के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को मोदी सरकार ने नजरबंद कर दिया था, आपको क्यों नहीं टच किया गया? कथित रूप से कहा गया कि यह कांग्रेस पार्टी है, जिसने आजाद को बड़ा नेता बनाया। ओवैसी ने आजाद को कांग्रेस से किनारा कर लेने की सलाह दी। मालूम हो ओवैसी जलसा शहादत-ए-इमाम हुसैन के मौके पर आयोजित ऑनलाइन रैली को संबोधित कर रहे थे।
गौरतलब है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में ऊपर से नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन की मांग की थी। नेताओं की मांग थी कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की बहाली के लिए संगठन चुनाव कराए जाएं। इस पत्र पर कई पूर्व मुख्यमंत्रियों ने भी हस्ताक्षर किए थे। गुलाम नबी आजाद ने भी पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। कहा जा रहा है कि वे इस मुहिम का नेतृत्व करने वाले नेताओं में भी थे। सीडब्ल्यूसी में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पत्र की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए थे। इस मुहिम में शामिल नेताओं पर भाजपा के इशारे पर काम करने के आरोप भी लगे।