भिवानी मामला: IMC प्रमुख तौकीर रजा का बड़ा बयान- PFI की तरह वीएचपी-बजरंग दल को आतंकी संगठन घोषित कर लगाया जाए प्रतिबंध, देखें वीडियो
By मनाली रस्तोगी | Published: February 25, 2023 11:16 AM2023-02-25T11:16:39+5:302023-02-25T11:18:58+5:30
इत्तिहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने हरियाणा के भिवानी में दो मुस्लिम पुरुषों की हालिया हत्याओं के बाद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
नई दिल्ली: इत्तिहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने हरियाणा के भिवानी में दो मुस्लिम पुरुषों की हालिया हत्याओं के बाद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। खान ने मांग की है कि विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल जैसे दक्षिणपंथी संगठनों को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की तरह ही आतंकवादी संगठन घोषित किया जाए और उन पर प्रतिबंध लगाया जाए।
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा खान का एक वीडियो साझा किया गया है। भिवानी की घटना पर मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा, "भिवानी की घटना 16 फरवरी को हुई थी लेकिन हमने चुप्पी साध रखी है। हमारे बच्चों (जुनैद और नासिर) पर झूठे आरोप लगाए गए और उनकी हत्या कर दी गई। जब आरोपियों के समर्थन में सभाएं और महापंचायतें हुईं, तब हमें लगा कि भारत में हत्याएं और मॉब लिंचिंग आम बात हो गई है।
#WATCH आरोपियों के समर्थन में जब सभाएं की जाने लगी तो हमे लगा कत्ल और लिंचिंग आम बात हो गई है..जिस प्रकार PFI पर पाबंदी लगाई गई थी उसी प्रकार से विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को आतंकवादी संगठन घोषित कर पाबंदी लगानी चाहिए: भिवानी की घटना पर मौलाना तौकीर रजा खान, IMC प्रमुख (24.02) pic.twitter.com/7c6yrtDgAk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2023
उन्होंने कहा, "जिस प्रकार पीएफआई पर पाबंदी लगाई गई थी उसी प्रकार से विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल को आतंकवादी संगठन घोषित कर पाबंदी लगानी चाहिए। भिवानी में जो हुआ उससे हिंदू समुदाय में भी गलत संदेश गया। वे सोच सकते हैं कि अगर वे इसी तरह के कृत्यों में शामिल होते हैं, तो उन्हें भी नायकों के रूप में चिह्नित किया जाएगा। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए नहीं तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी खराब होगी।"
क्या है मामला?
राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के रहने वाले नसीर (25) और जुनैद उर्फ जूना (35) के जले हुए शव 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई कार में मिले थे। मृतकों के परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि नासिर और जुनैद की हत्या गोरक्षकों द्वारा अगवा किए जाने के बाद की गई थी। उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि नूंह जिले में सीआईए की टीम ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर दोनों पीड़ितों की पीट-पीट कर हत्या कर दी और फिर उनके शवों को वाहन के अंदर रखकर आग लगा दी।