IL&FS मामला: राज ठाकरे को ED की नोटिस, 22 अगस्त को पूछताछ के लिए होना होगा हाजिर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 19, 2019 08:42 AM2019-08-19T08:42:20+5:302019-08-19T11:16:26+5:30
IL&FS में सबसे ज्यादा 25 प्रतिशत हिस्सेदारी LIC के पास है। जापान के ORIX Corporation के पास IL&FS की 23 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नोटिस भेजी है। मनसे प्रमुख ठाकरे को 22 अगस्त को ईडी के दफ्तर में पूछताछ के लिए हाजिर होना होगा।
ईडी आईएल एंड एफएस समूह के कोहिनूर सीटीएनएल में करीब 860 करोड़ रुपये निवेश से जुड़े मामले की जाँच कर रहा है।
कोहिनूर सीटीएनएल कंपनी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी ने शुरू की थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार साल 2005 में जोशी ने आईएल एंड एफएस और राज ठाके की मातोश्री कंस्ट्रक्सन कंपनी के साथ मिलकर एनटीपीसी की कोहिनूर मिल की करीब 4.8 एकड़ ज़मीन को 421 करोड़ रुपये में ख़रीदा था।
रिपोर्ट के अनुसार राज ठाकरे साल 2008 में इस कॉन्सॉर्शियम से अलग हो गये थे। ईडी कोहिनूर के वरिष्ठ अधिकारियों से पहले ही इस मामले में पूछताछ कर चुकी है।
मनसे के प्रवक्ता संदीप देशपाण्डेय ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए राज ठाकरे से ईडी की पूछताछ को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया।
मनसे के अलावा एनीसपी नेता नवाब मलिक ने भी राज ठाकरे के खिलाफ लिए जा रहे एक्शन को राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में कई रैलियों और अपने टीवी इंटरव्यू में बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की थी। राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था।
क्या है IL&FS?
IL&FS भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर और फाइनेंस कम्पनी है। IL&FS की करीब 250 इकाइयाँ हैं। यह कम्पनी साल 2018 में तब मीडिया की सुर्खियों में आई जब इससे जुड़ी कंपनियों के कर्ज न चुका पाने की रिपोर्ट सामने आने लगी।
कम्पनी पर बढ़ते कर्ज को देखते हुए भारत सरकार ने कम्पनी के परिचालन में दखल दिया और इसके नए बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट का गठन किया गया जिसमें कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर उदय कोटक को चेयरमैन और पूर्व आईएएस और टेक महिंद्रा के प्रमुख विनीत नायर को वाइस-चेयरमैन बनाया गया।
IL&FS के हुए घाटे की जाँच के लिए सीरियस फ्राड (SFIO) मामला दर्ज किया और दो अप्रैल 2019 को IL&FS के पूर्व वाइस-चेयरमैन हरि शंकरन को मुंबई में गिरफ्तार किया गया। शंकरन को ऐसी कंपनियों को कर्ज देने का आरोप है जो उसे चुकाने में सक्षम नहीं थीं।