भारतीय वायुसेना को पहला राफेल विमान मिल गया है। वायुसेना ने फ्रांस स्थित दासॉ एविएशन मैन्युफेक्चरिंग फेसिलिटी में राफेल विमान प्राप्त किया। हालांकि, अभी यह 'एक्सेप्टेंस मोड' यानी स्वीकृति मोड में भारतीय वायुसेना को सौंपा गया है। वायुसेना को मिले पहले राफेल विमान का टेल नंबर RB-01 है। बता दें कि इस राफेल का टेल नंबर एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया के नाम पर रखा गया है। राकेश कुमार सिंह भदौरिया को वायुसेना का नया प्रमुख बनाया गया है जो एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की जगह लेंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एयर मार्शल वीआर चौधरी की अगुवाई वाले भारतीय वायुसेना के अधिकारियों के दल ने फ्रांस में पहला राफेल विमान एक्सेप्टेंस मोड में प्राप्त किया। वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक अधिकारियों ने करीब घंटेभर तक राफेल को उड़ाकर उसका परीक्षण भी किया।
भारत ने फ्रांस के साथ 60 हजार करोड़ रुपये के राफेल समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। पहला राफेल विमान भारत को 'एक्सेपटेंस मोड' जरूर मिला है लेकिन सूत्रों की मानें तो अभी सात महीने फ्रांस में इसे परीक्षण के दौर से और गुजरना है।
कहा जा रहा कि देश के सबसे बड़े रक्षा समझौते को आखिरी रूप देने के लिए राकेश कुमार सिंह भदौरिया का अहम योगदान है। आधकारिक रूप से राफेल आठ अक्टूबर को भारतीय वायुसेना में उस वक्त शामिल होगा जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस की यात्रा पर होंगे लेकिन भारत में ये लड़ाकू जहाज मई 2020 में पहुंचने शुरू होंगे। उसके लिए भारतीय पायलटों और जवानों को प्रशिक्षण का दौर पूरा करना होगा।