‘मुझे यह सुनना मजेदार लगा कि पुलिस की जमीन का अतिक्रमण हो गया है’ : उच्च न्यायालय की न्यायाधीश
By भाषा | Published: January 20, 2021 07:22 PM2021-01-20T19:22:07+5:302021-01-20T19:22:07+5:30
नयी दिल्ली, 20 जनवरी दिल्ली उच्च न्यायालय की एक न्यायाधीश को बुधवार को यह सुनने में कुछ मजेदार लगा कि राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस की जमीन का अतिक्रमण हो गया है।
उच्च न्यायालय उत्तर-पश्चिम दिल्ली के शालीमार बाग इलाके में एक पुलिस कॉलोनी के अतिक्रमण को हटाने का अनुरोध करने वाली याचिका पर सुनवाई कर रहा है।
न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने इस विषय पर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार, पुलिस और उत्तरी दिल्ली नगर निगम से जवाब तलब करते हुए कहा, ‘‘मुझे यह सुनना कुछ मजेदार लगा कि पुलिस की जमीन का अतिक्रमण हो गया है। ’’
अदालत ने दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग, पुलिस, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और उन लोगों को नोटिस जारी किया, जिन्होंने इस जमीन का अतिक्रमण कर रखा है।
अदालत ने 12 अप्रैल तक याचिका पर उनसे अपना रुख बताने को कहा है।
अदालत ने प्राधिकारों को इस बारे में उसे सूचित करने को कहा है कि अतिक्रमणकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई।
याचिका पुलिस कॉलोनी के एक निवासी ने दायर की है जिसकी जमीन का अतिक्रमण हो गया है।
याचिकाकार्ता अनिल कुमार ने दावा किया है कि अदालत के अवलोकन के बावजूद प्राधिकारों ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
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