दिवाली घर पहुंचे कांग्रेस नेता डी.के. शिवकुमार ने कहा, ''मैं न्याय के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा. आज तक मैनें किसी को धोखा नहीं दिया है और मुझे पूरा भरोसा है कि मैं निद्रोश साबित होकर लौटूंगा. अगर मैनें कोई गलत काम किया है, तो उन्हें मुझे फांसी पर लटकाने दीजिए लेकिन मैं किसी भी हालत में चुप नहीं बैठूंगा.''
आज बेंगलुरु में एक संवाददाता सम्मेलन में शिवकुमार ने कुछ सांसदों को उपहार में फोन देने के लिए नोटिस भेजे जाने पर जांच एजेंसियों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने तंज कसा कि जिन्हें उपहार मिले, उन्हें नोटिस नहीं भेजा गया. बता दें कि शिवकुमार को धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने तीन सितंबर को गिरफ्तार किया था और उन्हें तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में रखा गया.
जमानत मिलने के बाद वह दिल्ली से बेंगलुरु पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ. शिवकुमार ने कहा, ''सिंचाई मंत्री होने के नाते मुझे कई मुद्दों से निपटाना होता था. कुछ लोगों ने मुझसे नए फोन देने के लिए कहा, और मैंने वो दिए.
लेकिन इसके तुरंत बाद मुझे आयकर विभाग का नोटिस मिला. हालांकि नोटिस के बाद मैंने किसी और नहीं बल्कि निजी खाते से खर्च का ब्यौरा भी दिया.'' उन्होंने कहा कि जिन लोगों को मैंने उपहार में फोन दिए उनमें से दो-तीन लोगों को छोड़कर शेष सभी ने स्वीकार कर लिए. लेकिन अब तक उन्हें कोई नोटिस नहीं भेजा गया है.