दिल्ली में घायल बच्चे को अस्पतालों ने बिस्तर की कमी बताकर नहीं दिया दाखिला, हुई मौत
By भाषा | Published: April 4, 2021 07:43 AM2021-04-04T07:43:57+5:302021-04-04T07:47:00+5:30
एलएनजेपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परिवार ट्रॉमा सेंटर में आया था, लेकिन एक डॉक्टर के साथ उन्हें दूसरे अस्पताल में भेजा गया क्योंकि बिस्तर भरे हुए थे।
नयी दिल्ली: दिल्ली में दो साल का एक बच्चा अपने घर की छत से गिरने के बाद में गंभीर रूप से घायल और उसने दम तोड़ दिया। बच्चे के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय राजधानी के कई अस्पतालों ने कोरोना वायरस महामारी के कारण अस्पताल के बिस्तरे भरे होने का कारण बताते हुए उनके घायल बच्चे को दाखिला देने से इंकार कर दिया।
बच्चे के पिता भुवेंद्र ने बताया कि कृष्ण उत्तरी दिल्ली में मजनूं का टीला इलाके में अपने घर की छत पर खेल रहा था और वह दोपहर करीब दो बजे वहां से गिर गया। उन्होंने कहा कि परिवार बच्चे को समीप के सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर ले गया, जिसने उसे केंद्रीय सरकार द्वारा संचालित एक प्रमुख अस्पताल में रेफर कर दिया।
सरकारी अस्पताल के अधिकारियों ने कथित तौर पर उसे यह कहते हुए अस्पताल में भर्ती करने से इनकार कर दिया कि "कोरोना वायरस के कारण सारे बिस्तर भरे हुए हैं।" उन्होंने दावा किया, "वहां से, हम अपने बच्चे को दो और केंद्र सरकार के अस्पतालों में ले गए। वहां भी यही बात कही गयी।"
तब परिवार ने दिल्ली सरकार द्वारा संचालित लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन "कोई मदद नहीं मिली"। एलएनजेपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परिवार ट्रॉमा सेंटर में आया था, लेकिन एक डॉक्टर के साथ उन्हें दूसरे अस्पताल में भेजा गया क्योंकि बिस्तर भरे हुए थे।
पिता ने कहा, "हम अंत में सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर लौट आए, जहां रात करीब नौ बजे बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया।"