10 अगस्त केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कश्मीर में दस हजार लोगों के प्रदर्शन की खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि यह पूरी तरह निराधार और असत्य है कि वहां पर इस तरह का कोई प्रदर्शन हुआ है और उसमें प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले या पैलेट गन का इस्तेमाल किया गया है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की प्रवक्ता वसुधा गुप्ता ने कहा कि यह समाचार पहले एक विदेशी न्यूज एजेंसी ने चलाया और उसके बाद पाकिस्तान के अखबार ने उससे समाचार लेते हुए यह खबर प्रकाशित की कि श्रीनगर में दस हजार लोगों ने प्रदर्शन किया. यह पूरी तरह से मनगढ़ंत और झूठी खबर है. वहां पर कुछ छुटपुट प्रदर्शन हुए हैं जो श्रीनगर-बारामूला में हुए हैं और उसमें शामिल लोगों की संख्या बीस से अधिक नहीं थी. सरकार ने जम्मू कश्मीर में धारा 144 लागू की हुई है.
इसमें तहत एक जगह पर चार से अधिक व्यक्ति एकित्रत नहीं हो सकते हैं. लेकिन शुक्र वार को नमाज के लिए शुक्र वार को कुछ घंटों के लिए इस नियम में छूट दी गई. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि सभी जगह शांति से नमाज अदा की गई और समस्त कश्मीर घाटी में शांति बनी हुई है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विदेशी एजेंसी की जिस रपट को गलत करार दिया है उसमें कहा गया था कि महिला एवं बच्चों को भी प्रदर्शन से रोका गया और आईवा पुल से जाने के लिए कहा गया. इनमें से कुछ नीचे पानी में कूद गए. जिसे पाकिस्तान के अखबारों ने भारत की ज्यादती करार देते हुए प्रकाशित किया.