हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड का हैरान करने वाला मामला, एक साल पहले मृत इंजीनियर को दिया प्रोमोशन
By बलवंत तक्षक | Published: May 7, 2021 08:34 AM2021-05-07T08:34:48+5:302021-05-07T08:37:43+5:30
हिमाचल प्रदेश में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। बिजली बोर्ड के एक जूनियर इंजीनियर को एसडीओ के पद पर पदोन्नति दी गई है, जब उनका निधन एक साल पहले हो चुका है।
सरकारी दफ्तरों में लापरवाही कोई नहीं बात नहीं है। अब हिमाचल प्रदेश में इसी तरह का मामला सामने आया है। यहां एक साल पहले ही दुनिया छोड़ चुके बिजली बोर्ड के एक जूनियर इंजीनियर को एसडीओ के पद पर पदोन्नति दे दी गई।
दूसरी तरफ जो लोग पिछले कई वर्षों से अपनी पदोन्नति की राह देख रहे हैं होते हैं, उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है। बिजली बोर्ड के डिप्लोमा होल्डर नौ जूनियर इंजीनियरों को पदोन्नत कर सहायक अभियंता बनाया गया है।
पदोन्नति पाने वालों में राजकुमार वर्मा नाम के वह जूनियर इंजीनियर भी शामिल हैं, जिनका पिछले साल निधन हो चुका है। इससे पहले पिछले साल मई में भी सुदेश कुमार नाम के जिस जूनियर इंजीनियर की मौत हो गई थी, उसे भी पदोन्नत कर सहायक अभियंता बना दिया गया था।
उल्लेखनीय बात यह है कि किसी भी पद पर कर्मचारी को पदोन्नति देने से पहले उसके सारे रिकॉर्ड की जांच पड़ताल होती है लेकिन हिमाचल प्रदेश के बिजली विभाग में किस तरह से पदोन्नतियां दी जा रही हैं, इसे राजकुमार और सुरेश कुमार के मामलों से समझा जा सकता है।
मामले की अब हो रही है छानबीन
इस बारे में बिजली बोर्ड की अंडर सेक्रेटरी लीला चौहान का कहना है कि अब मामले की जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि किस स्तर पर गलती हुई है।
दूसरी ओर वरिष्ठ अधिशासी अभियंत वतन सिंह के मुताबिक बड़सर मंडल के अंतर्गत कार्यरत रहे राजकुमार वर्मा के निधन की खबर उसी समय बिजली बोर्ड कार्यालय को दे दी गई थी।