जम्मू-कश्मीर में गर्मी का सितम जारी, पर्यटकों की संख्या बना रही नया रिकॉर्ड
By सुरेश एस डुग्गर | Published: April 5, 2022 04:46 PM2022-04-05T16:46:44+5:302022-04-05T16:47:48+5:30
टूरिस्टों की बात करें तो डल झील के बाद कश्मीर की पहचान बनने वाले ट्यूलिप गार्डन में आने वालों की संख्या भी गर्मी की ऐसी तैसी कर रही है। पिछले महीने की 23 तारीख को इसे पर्यटकों के लिए खोला गया था। पिछले 12 दिनों में पौने तीन लाख पर्यटकों ने ट्यूलिप के लाखों फूलों को निहारा था।
जम्मू: भीषण गर्मी का जम्मू-कश्मीर में सितम जारी है। हालत यह है कि 131 सालों के बाद श्रीनगर शहर अपने नाम ‘सूर्य की नगरी’ के मुताबिक ही सबसे ज्यादा तपा है। रिकॉर्ड बनाती गर्मी के बीच खुशी देने वाली खबर यह है कि कश्मीर आने वाले पर्यटक गर्मी की परवाह नहीं कर रहे हैं। आने वालों की संख्या नया रिकॉर्ड बना रही है।
कश्मीर में गर्मी का एहसास कितना हो रहा है आंकड़ों की बानगी बताती है कि श्रीनगर में वर्ष 1892 के बाद मार्च महीने में सबसे ज्यादा तापमान रहा। सिर्फ श्रीनगर ही नहीं कश्मीर के अन्य जिले भी तपती गर्मी से परेशान हैं। जम्मू संभाग के जिलों का भी यही हाल है। चढ़ते तापमान का बाजार पर भी असर दिख रहा है। लोग जरूरी खरीदारी के लिए शाम को ही बाहर निकल रहे हैं। जम्मू में दिन का तापमान सामान्य से 5.8 डिग्री चढ़कर 35.8 और बीती रात का न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जम्मू समेत कई जिलों में गर्म हवाओं से सभी बेहाल हैं। चिलचिलाती धूप में पसीने छूट रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों में दिन का तापमान सामान्य से 9-11 डिग्री ऊपर चल रहा है। कश्मीर में ठंडे रहने वाले इलाकों में भी तपिश का अहसास हो रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर ने आगामी दिनों में जम्मू में गर्म हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है, जिससे तपिश से कोई राहत नहीं मिलेगी। सोमवार की सुबह जम्मू में दिन की शुरुआत साफ मौसम से हुई। दिन चढ़ने के साथ गर्मी ने अपना रंग दिखाया। दोपहर में तीखी धूप में लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है।
बनिहाल में दिन का तापमान सामान्य से 7.5 चढ़कर 27.4, बटोत में सामान्य से 8.2 डिग्री चढ़कर 27.5, कटड़ा में 33.2 और भद्रवाह में 29.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी श्रीनगर में दिन का तापमान सामान्य से 8.5 डिग्री चढ़कर 26.2, पहलगाम में 22.3 दर्ज किया गया। अभी तक यही लग रहा था कि रिकॉर्ड बनाती गर्मी के कारण टूरिस्ट कश्मीर से मुख मोड़ लेंगे लेकिन ऐसी सभी संभावनाएं औंधे मुंह गिरी हैं। यह कश्मीर में आने वाले पर्यटकों की संख्या से साबित होता था। आधिकारिक दावा है कि मार्च में 1.80 लाख टूरिस्ट आए हैं जो पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ने में कामयाब रहे हैं।
टूरिस्टों की बात करें तो डल झील के बाद कश्मीर की पहचान बनने वाले ट्यूलिप गार्डन में आने वालों की संख्या भी गर्मी की ऐसी तैसी कर रही है। पिछले महीने की 23 तारीख को इसे पर्यटकों के लिए खोला गया था। पिछले 12 दिनों में पौने तीन लाख पर्यटकों ने ट्यूलिप के लाखों फूलों को निहारा था। इस संख्या की खास बात यह थी कि इसमें स्थानीय और देश के अन्य हिस्सों से आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या लगभग बराबर थी।
हालांकि तापमान के बढ़ने के कारण गुलमर्ग के अफरावत इलाके में बर्फ तेजी से पिघलने लगी है और नतीजतन वहां स्कींइग को बंद कर दिया गया है पर बावजूद इसके गुलमर्ग की ओर रुख करने वालों के कदम रूके नहीं हैं। पिछले तीन महीनों में कश्मीर समेत गुलमर्ग का दौरा करने वालों की संख्या 3 लाख थी जो सच में चौंकाने वाली थी। इसी तरह से फरवरी में कश्मीर में आने वाले 1.42 लाख पर्यटकों ने 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था और अब मार्च के बाद टूरिज्म से जुड़े लोगों को उम्मीद थी की बढ़ता तापमान भी टूरिस्टों के कदमों को नहीं रोक पाएगा।