हरियाणा: गौरक्षकों ने की महापंचायत, मुकदमे वापस लेने और शस्त्र लाइसेंस की मंजूरी देने की मांग की

By विशाल कुमार | Published: May 9, 2022 07:28 AM2022-05-09T07:28:40+5:302022-05-09T07:31:06+5:30

यह महापंचायत ऐसे समय में आयोजित किया गया जब कुछ दिन पहले ही कथित गोरक्षकों द्वारा बंदूक की नोक पर एक शख्स को गाड़ी में बैठाने का वीडियो वायरल हो गया था और नूंह पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी।

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हरियाणा: गौरक्षकों ने की महापंचायत, मुकदमे वापस लेने और शस्त्र लाइसेंस की मंजूरी देने की मांग की

Highlightsहरियाणा के नूंह जिले के सांगेल गांव में रविवार को गौरक्षक समूहों ने एक गौशाला में महापंचायत का आयोजन किया।महापंचायत में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और गौ रक्षा दल के सदस्यों ने हिस्सा लिया। उन्होंने राज्य सरकार को एक महीने के भीतर नूंह में गौ तस्करी समाप्त करने का अल्टीमेटम भी जारी किया।

नूंह: हरियाणा के नूंह जिले के सांगेल गांव में रविवार को गौरक्षक समूहों ने एक गौशाला में महापंचायत का आयोजन किया और एक महीने के अंदर गौतस्करी खत्म करने की मांग की। महापंचायत में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और गौ रक्षा दल के सदस्यों ने हिस्सा लिया। 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यह महापंचायत ऐसे समय में आयोजित किया गया जब कुछ दिन पहले ही कथित गोरक्षकों द्वारा बंदूक की नोक पर एक शख्स को गाड़ी में बैठाने का वीडियो वायरल हो गया था और नूंह पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी।

गोरक्षकों के समूहों ने कहा कि उन्होंने नूंह में राजनेताओं द्वारा गौ रक्षकों को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दिए जाने को लेकर दिए गए बयानों के जवाब में सोशल मीडिया पर सभा का आह्वान किया था। उन्होंने राज्य सरकार को एक महीने के भीतर नूंह में गौ तस्करी समाप्त करने का अल्टीमेटम भी जारी किया।

आयोजकों में से एक गौरक्षक भारत भूषण ने कहा कि सात मांगें रखी गईं। निर्णय लिया गया कि मामले की जांच के लिए जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया जाए। गौ तस्करी के आरोपी लोगों की संपत्ति व वाहन प्रशासन को जब्त कर उनकी नीलामी करनी चाहिए। गौशालाओं को राशि दी जाए। इन मामलों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की जानी चाहिए। 

उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा, गौरक्षकों के लिए शस्त्र लाइसेंस बनाया जाना चाहिए और गौरक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी वापस ली जानी चाहिए। अगर इन मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो हम 'जेल भरो' आंदोलन के लिए तैयार हैं। हमने एक आंदोलन शुरू किया है और तब तक नहीं रुकेंगे जब तक गोहत्या पूरी तरह से बंद नहीं हो जाती है।

उपायुक्त (नूंह) अजय कुमार ने कहा कि आयोजकों ने पंचायत के लिए अनुमति मांगी थी और इसे शनिवार दोपहर को प्रदान कर दिया गया।

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