गुटखा घोटाला: अतिरिक्त जीएसटी आयुक्त के आवास पर सीबीआई का छापा, जानें पूरा मामला
By भाषा | Published: October 5, 2018 03:25 AM2018-10-05T03:25:23+5:302018-10-05T03:25:23+5:30
गुटखा घोटाला जुलाई 2017 में प्रकाश में आया था, जब आयकर अधिकारियों ने एक पान मसाला और गुटखा निर्माता के गोदाम, कार्यालयों और आवासों पर छापेमारी की थी। उस पर 250 करोड़ रुपये की कर चोरी के आरोप थे।
नई दिल्ली, पांच अक्टूबरःसीबीआई ने जीएसटी के अतिरिक्त आयुक्त सेंथिल वलावईन के चेन्नई आवास पर गुटखा घोटाले के सिलसिले में वृहस्पतिवार को छापेमारी की। अधिकारियों ने वृहस्पतिवार को बताया कि चेन्नई में डीजीसीईआई के सिस्टम्स एंड सेंट्रल एक्साइज इंटेलिजेंस के पूर्व अतिरिक्त आयुक्त एस. श्रीधर के आवास पर भी छापेमारी की गई।
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी वलावईन के चेन्नई स्थित परिसर पर गुटखा घोटाले के सिलसिले में छापेमारी की गई। एजेंसी ने एमडीएम ब्रांड के गुटखा निर्माता अन्नामलाई इंडस्ट्रीज के मालिकों और कुछ सरकारी अधिकारियों को इस मामले में पिछले महीने गिरफ्तार किया था।
कम्पनी का नाम पहले जयम इंडस्ट्रीज था और 2013 में तमिलनाडु में गुटखा पर प्रतिबंध लगने के बाद इसका नाम बदलकर अन्नामलाई इंडस्ट्रीज कर दिया गया ताकि बिक्री जारी रखी जा सके।
एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि जयम इंडस्ट्रीज के मालिकों -- ए वी माधव राव, उमा शंकर गुप्ता और श्रीनिवास राव ने प्रतिबंध के बावजूद अधिकारियों, नेताओं और विनियमन अधिकारियों को कथित तौर पर प्रभावित कर एमडीएम ब्रांड के गुटखे को बेचना जारी रखा।
गुटखा घोटाला जुलाई 2017 में प्रकाश में आया था, जब आयकर अधिकारियों ने एक पान मसाला और गुटखा निर्माता के गोदाम, कार्यालयों और आवासों पर छापेमारी की थी। उस पर 250 करोड़ रुपये की कर चोरी के आरोप थे।
तमिलनाडु सरकार ने 2013 में गुटखा और पान मसाला सहित चबाए जाने वाले तंबाकू के निर्माण, संग्रह और बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया था। गुटखा निर्माता ने निर्माण और बिक्री सुविधा हासिल करने के लिए तमिलनाडु के मंत्री और अधिकारियों को कथित तौर पर रिश्वत दी थी।