फिर बोलीं CM महबूबा मुफ्ती, जम्मू-कश्मीर में बंदूकों से नहीं हो सकती समस्या हल
By रामदीप मिश्रा | Updated: February 18, 2018 21:19 IST2018-02-18T21:01:29+5:302018-02-18T21:19:19+5:30
उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि अगर हम खून-खराबा को समाप्त करना चाहते हैं तो पाकिस्तान से बातचीत करना जरूरी है।

फिर बोलीं CM महबूबा मुफ्ती, जम्मू-कश्मीर में बंदूकों से नहीं हो सकती समस्या हल
श्रीनगर, 18 फरवरीः जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सूबे की स्थिति को देखते हुए एक बार फिर कहा है कि बंदूकें किसी भी समस्या का समाधान नहीं कर सकतीं, केवल बातचीत से ही समाधान किया जा सकता है। दरअसल, सीएम महबूबा पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान से बातचीत करने के लिए वकालत कर रही हैं।
महबूबा ने रविवार को ट्वीट कर कहा 'बंदूकें समस्या का समाधान नहीं कर सकती हैं, केवल बातचीत ही समस्या सुलझा सकती है। सीमा पर स्थिति अच्छी नहीं है। दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) को बातचीत करनी चाहिए और सीमा पर संघर्ष विराम होना चाहिए। साथ ही साथ शांति के लिए एक मौका देना चाहिए।'
Guns cannot solve any problems, only talks can solve problems. Conditions at the border are not good, Both the countries should talk & there should be ceasefire. Peace should be given an opportunity: Jammu & Kashmir CM Mehbooba Mufti at Kulgam earlier today. pic.twitter.com/HhwlQFQCgu
— ANI (@ANI) February 18, 2018
आपको बता दें कि इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि अगर हम खून-खराबा को समाप्त करना चाहते हैं तो पाकिस्तान से बातचीत करना जरूरी है। मुझे पता है कि आज रात समाचार एंकर्स मुझे राष्ट्र विरोधी करार देंगे, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। जम्मू-कश्मीर के लोग पीड़ित हैं। हमें बात करना है, क्योंकि युद्ध एक विकल्प नहीं है।
जम्मू-कश्मीरः बोलीं महबूबा-खून खराबा समाप्त करना है तो पाक से बातचीत जरूरी, युद्ध विकल्प नहीं
वहीं महबूबा मुफ्ती कुछ दिन पहले कह चुकी हैं कि देश के बॉर्डर पर खून की होली चल रही है। पीएम मोदी कहते हैं कि देश विकास के रास्ते पर जा रहा है, लेकिन हमारे राज्य में कुछ उल्टा ही हो रहा है। उन्होंने पीएम मोदी और पाक से शांति की अपील भी की थी। उन्होंने कहा था, 'मैं पीएम और पाकिस्तान से गुजारिश करती हूं कि जम्मू-कश्मीर को जंग का अखाड़ा मत बनाइए, दोस्ती का पुल बनाइए।
दरअसल, 2017 में सुरक्षाबलों ने घाटी में 206 आतंकियों को ढेर किया है। साथ ही 75 युवाओं को वापस मुख्यधारा में लाया गया है। ये वो युवक थे, जो या तो आतंक के साथ जुड़ चुके थे या फिर जुड़ने वाले थे। सीजफायर उल्लंघन और आतंकियों से मुठभेड़ में भी जवानों की शहादत बढ़ी है।