ओडिशा में पटनायक सरकार ने आगामी त्योहारों और पूजा के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है. कोरोना वायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए ओडिशा सरकार ने आगामी त्योहारों के लिए इस गाइडलाइंस को तैयार किया है. पटनायक सरकार ने अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में मनाए जाने वाले त्योहारों और मंडप या पंडालों में होने वाली गणेश पूजा, दुर्गा पूजा और काली पूजा के लिए निर्देश जारी किए हैं.
ओडिशा सरकार ने कहा है कि, पंडालों में होने वाली पूजा में मूर्ति की ऊंचाई चार फीट से कम होनी चाहिए. इसके साथ ही सभी पूजा विधि इनडोर कंडिशन में होनी चाहिए. बता दें कि आम तौर पर पंडाल पूजा में धूमधाम देखने को मिलती है लेकिन इस बार कोरोना वायरस को देखते हुए नियम बदल दिए गए हैं.
ओडिशा सरकार ने इस बार गणेश पूजा, दुर्गा पूजा और काली पूजा को पंडाल में ज्यादा लोगों की मौजूदगी में इसे धूमधाम और वैभव के मनाने की अनुमति नहीं दी है. अगस्त से नवंबर के बीच गणेश पूजा, दुर्गा पूजा, काली पूजा और लक्ष्मी पूजा अन्य त्योहार मनाए जाने हैं. सरकार ने कोरोना के खतरे को भांपते हुए दिशा निर्देश जारी किए हैं.
ओडिशा सरकार ने कहा है कि पंडाल पूजा के आयोजन के लिए कलेक्टर से परमिशन लेना होनी. मंडप या पंडालों में जनसभा या किसी भी तरह का पब्लिक गेदरिंग की अनुमति नहीं होगी. यहां भीड़ नहीं जुटाई जा सकेगी. पूजा के दौरान पंडाल में एक समय में सात से ज्यादा लोगों को इक्ट्ठे होने की अनुमति नहीं दी गई है. इन सात लोगों में आयोजक के अलावा सपोर्ट स्टाफ और पूजारी शामिल हैं.
इसके साथ ही ओडिशा सरकार ने कहा कि, पूजा के बाद स्थानीय प्रशासन की ओर से बनाए गए कृत्रिम तालाब में मूर्ति का विसर्जन होगा. किसी भी तरह के म्यूजिकल और मनोरंजक कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेंगे. इसके अलावा सामूहिक तौर पर होने वाले भोज या भंडारे का आयोजन भी नहीं किया जा सकेगा.