जयपुर, नौ जनवरी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि राजस्थान में अपार खनिज सम्पदा मौजूद है, जिसका समुचित दोहन न केवल इस राज्य बल्कि हमारे देश की तस्वीर बदल सकता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खनन के क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता, तकनीक, पारदर्शिता और निवेश आकर्षित करने की नीति के साथ काम करेगी।
मुख्यमंत्री ने इससे संबंधित मुद्दों के त्वरित निस्तारण के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कार्यबल गठित करने के भी निर्देश दिए।
गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर राजस्थान में खनन क्षेत्र के विकास की संभावनाओं पर वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल व अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे।
एक बयान में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया कि खनन के क्षेत्र में राजस्थान को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार लगातार सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ फैसले ले रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में खनिज अन्वेषण को गति देने के लिए राज्य खनन उत्खनन ट्रस्ट का गठन किया गया है। जल्द ही एक बेहतर खनिज नीति पेश की जाएगी।
वेदांता समूह के चेयरमैन अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान खनिजों के रूप में धन उपजाने वाली धरती है। यहां जस्ते से लेकर तांबे और सोने के साथ-साथ गैस, तेल और चूना पत्थर जैसे खनिज भरपूर मात्रा में हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में सौर ऊर्जा क्षेत्र में भी विकास की प्रबल क्षमता मौजूद है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।