गोवा चुनाव: मनोहर परिकर के बेटे के बागी तेवर, कहा- अगर भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो कड़े फैसले लेने पड़ेंगे
By विशाल कुमार | Published: November 18, 2021 02:40 PM2021-11-18T14:40:42+5:302021-11-18T14:45:14+5:30
2019 में मनोहर परिकर के निधन के बाद उपचुनाव में भी उनके बेटे उत्पल परिकर टिकट चाहते थे लेकिन तब सिद्धार्थ कुनकैलिंकर को उतारा गया था जिन्होंने केंद्र में रक्षामंत्री के पद से राज्य का मुख्यमंत्री बनने के लिए वापस लौटे मनोहर परिकर के लिए इस्तीफा दे दिया था।
पणजी: 2022 की शुरुआत में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों से पहले गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर परिकर के बेटे उत्पल परिकर ने चेतावनी दी है कि अगर भाजपा उन्हें पणजी सीट से टिकट देने से इनकार करती है तो उन्हें कड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं।
हालांकि, उन्हें भरोसा है कि भाजपा उन्हें पणजी सीट पर उम्मीदवार बनाएगी जहां से उनके पिता ने 25 सालों से अधिक समय तक प्रतिनिधित्व किया था।
साल 2017 में कांग्रेस के टिकट पर 2017 का चुनाव जीतने वाले अतानासियो मोनसेराटे नौ अन्य विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो थे।
उत्पल ने कहा कि मुझे इसके बारे में अभी बोलने की जरूरत नहीं है। मनोहर पर्रिकर को अपने जीवन में कुछ भी आसानी से नहीं मिला। इसी तरह मुझे भी जो चाहिए उसके लिए काम करना होगा। मुझे कुछ कठिन निर्णय लेने के लिए भी मजबूर किया जा सकता है और मैं फैसले लेने के लिए अधिक हिम्मत के लिए प्रार्थना करता हूं। उन्होंने कहा कि वह भाजपा में रहकर भी लड़ाई लड़ सकते हैं।
2019 में पिता के निधन के बाद उपचुनाव में भी वह टिकट चाहते थे लेकिन तब सिद्धार्थ कुनकैलिंकर को उतारा गया था जिन्होंने केंद्र में रक्षामंत्री के पद से राज्य का मुख्यमंत्री बनने के लिए वापस लौटे मनोहर परिकर के लिए इस्तीफा दे दिया था।
उस दौरान राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के बीच भाजपा के सहयोगी मनोहर परिकर के वापस लौटने पर ही भाजपा को सहयोग के लिए तैयार थे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सदानंद शेत तनवड़े ने कहा कि पार्टी के टिकट के संबंध में निर्णय संसदीय बोर्ड द्वारा लिया जाता है।