केरल: NEET एग्जाम के लिए लड़कियों को कथित तौर पर ब्रा उतारने के लिए किया गया मजबूर
By रुस्तम राणा | Published: July 18, 2022 09:41 PM2022-07-18T21:41:56+5:302022-07-18T21:44:33+5:30
महिला सुरक्षा कर्मियों ने कथित तौर पर लड़की से कहा था कि "धातु के हुक" के कारण उसे अपनी ब्रा हटा देनी चाहिए। जब उसने इसका विरोध किया तो उसे बताया गया कि उसे मेडिकल प्रवेश परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कोल्लम: केरल में रविवार को हुई मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट (NEET) के दौरान एक अजीब मामला सामने आया है। यहां नीट परीक्षा में बैठने के लिए लड़कियों को कथित तौर पर ब्रा उतारने के लिए मजबूर किया गया। इस संबंध में एक लड़की के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। दरअसल, सुरक्षा जांच के दौरान लड़की की ब्रा में लगे मेटल के हुक के कारण बीप हो रहा था, जिसके बाद उसे ब्रा उतारने को कहा गया।
कोल्लम जिले के एनईईटी (राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा) केंद्र मार्थोमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में, महिला सुरक्षा कर्मियों ने कथित तौर पर लड़की से कहा था कि "धातु के हुक" के कारण उसे अपनी ब्रा हटा देनी चाहिए। जब उसने इसका विरोध किया तो उसे बताया गया कि उसे मेडिकल प्रवेश परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शिकायत के अनुसार, लड़की से कहा गया "क्या आपका भविष्य या इनरवियर आपके लिए बड़ा है? बस इसे हटा दें और हमारा समय बर्बाद न करें।"
परीक्षा केंद्र ने इस संबंध में किसी भी जिम्मेदारी को लेने से इनकार किया है। कोल्लम पुलिस प्रमुख केबी रवि ने पुष्टि की कि लड़की के माता-पिता ने शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि कई लड़कियों को अपने अंडरवियर को हटाने के लिए मजबूर किया गया था, और इन्हें एक स्टोर रूम में फेंक दिया गया था।
लड़की के पिता ने कहा "एक सुरक्षा जांच के बाद, मेरी बेटी को बताया गया कि मेटल डिटेक्टर द्वारा इनरवियर के हुक का पता लगाया गया था, इसलिए उसे इसे हटाने के लिए कहा गया। लगभग 90% छात्राओं को अपने इनर को निकालना पड़ा और उन्हें एक स्टोर रूम में रखना पड़ा। परीक्षा देते समय उम्मीदवार मानसिक रूप से परेशान थेय़
वहीं महाराष्ट्र में नीट परीक्षा देने आई छात्रों बुर्का और हिजाब उतारने को कहा गया था। इस घटना को लेकर दो मुस्लिम छात्राओं ने पुलिस से शिकायत की है। पुलिस अधिकारी ने इस घटना से संबंधित शिकायतों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘ नीट (स्नातक) परीक्षा रविवार को वाशिम में छह केंद्रों पर आयोजित की गई थी। दो लड़कियों को अपना बुर्का और हिजाब हटाने के लिए कहे जाने की यह घटना मातोश्री शांताबाई गोटे कॉलेज में हुई थी।
बता दें कि हजारों मेडिकल उम्मीदवारों के लिए नीट सुरक्षा जांच को पास करना एक बड़ी चुनौती है। उम्मीदवारों को स्टेशनरी नहीं ले जाने और सख्त ड्रेस कोड का पालन करने के लिए कहा जाता है, जिसमें पर्स, हैंडबैग, बेल्ट, टोपी, आभूषण, जूते और ऊँची एड़ी के जूते प्रतिबंधित हैं।