बेगूसराय: केंद्र सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने लोगों से कहा, अधिकारी आपकी बात नहीं सुने तो उन्हें बांस से मारिए
By अनुराग आनंद | Published: March 7, 2021 08:13 AM2021-03-07T08:13:47+5:302021-03-07T08:23:42+5:30
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान को लेकर आरजेडी ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। आरजेडी ने पूछा- यह सरकार चल रही है या महाजंगलराज चल रहा है?
बेगूसराय: केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को अपने लोकसभा क्षेत्र बेगूसराय के लोगों को सुझाया कि अगर कोई अधिकारी उनकी बात नहीं सुनता है तो उसे ‘‘बांस से मारिए।’’ अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले भाजपा नेता यहां खोदवांपुर में स्थित कृषि संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी विभाग के मंत्री ने कहा कि उन्हें अकसर शिकायत मिलती है कि अधिकारी जनता की शिकायतों पर कान नहीं धरते हैं। सिंह ने कहा, ‘‘मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इतनी छोटी बात के लिए मेरे पास क्यों आते हैं।
अधिकारी बात नहीं सुने तो बांस उठाइए और उनके सिर पर दे मारिए: गिरिराज सिंह
इसके साथ ही केंद्र सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि सांसद, विधायक, गांव के मुखिया, डीएम, एसडीएम, बीडीओ.... इन सभी का कर्तव्य जनता की सेवा करना है। अगर वे आपकी बात नहीं सुनते हैं तो दोनों हाथ से बांस उठाइए और उनके सिर पर दे मारिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर इससे भी काम नहीं होता है तो गिरिराज आपके साथ है।’’
#WATCH | If someone (any government official) doesn't listen to your grievances, hit them with a bamboo stick. Neither we ask them to do any illegitimate job, nor will we tolerate illegitimate 'nanga nritya' by any official: Union Minister Giriraj Singh in Begusarai, Bihar pic.twitter.com/Wxc6TlHiYC
— ANI (@ANI) March 6, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ऊपर जो आपलोगों का भरोसा व विश्वास है उसे कभी टूटने नहीं देंगे: गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ऊपर जो आपलोगों का भरोसा तथा विश्वास है उसे कभी टूटने नहीं देंगे। बरौनी फर्टिलाइजर के साथ मिलकर ऐसी योजना बनाई है, जहां दो वर्षो में किसानों के पास अपनी गाय, खेत तथा खाद होगी तथा किसान अपने खेत में गैर रसायनिक खाद का उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि ढाई रुपये किलो मक्का उत्पादन करने के बजाय किसान हरा चारा खरीदें। धान-गेहूं से कितनी आमदनी होती है हमें पता है। इसलिए हमारे किसान तिलहन, दलहन, फल-सब्जी की खेती करें।