'गीदड़ के हुंकार भरने से शेर नहीं डरा करते’, आखिर ममता दीदी को भारतीयों से इतनी नफरत क्यों है?, केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से पूछे सवाल
By एस पी सिन्हा | Published: August 30, 2024 05:38 PM2024-08-30T17:38:56+5:302024-08-30T17:39:51+5:30
ममता बनर्जी ने आगे लिखा है कि आपका बेटा राजनेता नहीं बना है, लेकिन आईसीसी चेयरमैन बन गया है - एक ऐसा पद जो अधिकांश राजनेताओं के पद से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है!!
पटनाः हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संयोजक एवं केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल किया कि आखिर ममता दीदी को भारतीयों से इतनी नफरत क्यों है? यहां तक कि ममता के तंज की तुलना उन्होंने गीदड़ से करते हुए- 'गीदड़ के हुंकार भरने से शेर नहीं डरा करते।’ दरअसल, ममता बनर्जी ने जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने पर अमित शाह पर तंज कसा और सोशल मीडिया पर लिखा, "बधाई हो, केंद्रीय गृह मंत्री!! ममता बनर्जी ने आगे लिखा है कि आपका बेटा राजनेता नहीं बना है, लेकिन आईसीसी चेयरमैन बन गया है - एक ऐसा पद जो अधिकांश राजनेताओं के पद से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है!! आपका बेटा वास्तव में बहुत शक्तिशाली बन गया है और मैं आपको उसकी इस सबसे बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई देती हूं! बधाई!!"
ममता बनर्जी के इसी तंज पर अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बचाव करने और जय शाह को देश की शान बताते हुए जीतन राम मांझी ने टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया। सोशल मीडिया पर किए एक पोस्ट में मांझी ने लिखा है कि 'ममता दीदी को आखिर भारतीयों से इतनी नफरत क्यों है? यह तो गर्व की बात है कि मां भारती का कोई सपूत इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष बना हो।
बधाई हो जय शाह जी, आप देश की शान है। वैसे मैं दीदी को बता दूं कि “गीदड़ के हुंकार भरने से शेर नहीं डरा करते।"' उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने को कई विपक्षी दलों ने इसे भाजपा के भाई-भतीजावाद का रूप बताया है।
जय शाह पहले बीसीसीआई के सचिव थे और अब आईसीसी के अध्यक्ष होंगे। विपक्षी दलों ने अमित शाह के अपने बेटे को क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था में सेट करने का कथित आरोप लगाया है। बता दें कि जय शाह ने 35 साल की उम्र में आईसीसी के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बनकर इतिहास रच दिया है। वह दिसंबर में ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे। क्रिकेट की दुनिया में शाह का उदय उल्लेखनीय है।