PNB घोटाला: भगोड़ा मेहुल चोकसी एंटीगुआ से हुआ लापता, स्थानीय पुलिस तलाश में जुटी
By विनीत कुमार | Published: May 25, 2021 08:35 AM2021-05-25T08:35:21+5:302021-05-25T09:02:02+5:30
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में आरोपी मेहुल चोकसी ने 2017 में एंटीगुआ एवं बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी। भारत से भागने के बाद वह यही रह रहा था। हालांकि अब उसके वहां से लापता होनी की बात सामने आई है।
भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी कैरिबियाई द्वीपीय देश एंटीगुआ-बारबुडा से लापता हो गया है। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में वह पहले से ही भारत से फरार है और सीबीआई समेत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उसकी खोज में पिछले कुछ सालों से लगे हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार चोकसी सोमवार शाम अपने घर से द्वीप के दक्षिणी हिस्से में एक रेस्तरां में रात का खाना खाने निकला था। इसके बाद उसे नहीं देखा गया। उसकी गाड़ी हालांकि देर शाम जौली हार्बर में मिली। एंटीगुआ के समाचार चैनलों के माध्यम से ये जानकारी सामने आई है।
मेहुल चोकसी के वकील ने की लापता होने की पुष्टि
मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने भी उसके लापता होने की पुष्टि की है। विजय अग्रवाल ने कहा, 'मेहुल चोकसी लापता हो गए हैं। उनके परिवार के सदस्य चिंतित हैं और उन्होंने मुझे फोन कर इस बारे में चर्चा की है। एंटीगुआ पुलिस जांच कर रही है।'
बता दें कि चोकसी ने जनवरी 2018 में भारत से भागने से पहले ही, 2017 में एंटीगुआ एवं बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी। चोकसी (61) और उसके भतीजे नीरव मोदी (49) पर कुछ बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।
Fugitive diamantaire Mehul Choksi has gone missing. His family members are worried & anxious, and they had called me to discuss. Antigua Police is investigating: Choksi's lawyer, advocate Vijay Aggarwal to ANI
— ANI (@ANI) May 24, 2021
(File photo) pic.twitter.com/TKEnGCBqt0
चोकसी असल में नीरव मोदी का मामा है। नीरव मोदी अभी लंदन की एक जेल में बंद हैं। नीरव को ब्रिटेन में 2019 में गिरफ्तार किया गया था। वहीं, इस साल की शुरुआत में एंटीगुआ की ओर से भगोड़े मेहुल चोकसी की नागरिकता को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। हालांकि चोकसी ने इसे स्थानीय अदालत में चुनौती दी थी।
दूसरी ओर ब्रिटेन की सरकार ने पिछले ही महीने नीरव मोदी को भारत को प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी थी। हालांकि मोदी के पास इस फैसले को यूके हाई कोर्ट में चुनौती देने का विकल्प मौजूद है। ऐसे में उसके भारत लाए जाने में कुछ और महीनों का समय लग सकता है।