पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के जल्द राज्यसभा में लौटने की संभावना बढ़ गई है. कांग्रेस उन्हें राजस्थान से उच्च सदन में भेजने पर विचार कर रही है. उल्लेखनीय है कि द्रमुक अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने तमिलनाडु की राज्यसभा सीट से डॉ. सिंह को उम्मीदवारी देने से साफ इनकार कर दिया था.
इसके बाद माना जा रहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री राज्यसभा नहीं जा सकेंगे. इस दौरान भाजपा के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य मदनलाल सैनी के दुखद निधन से हालात बदल चुके हैं. भाजपा को हुए नुकसान का कांग्रेस फायदा उठा सकती है. साथ ही सहयोगी दल द्रमुक भी राहत की सांस लेगा.
सूत्रों की मानें तो किसी अनहोनी की स्थिति को छोड़कर डॉ. मनमोहन सिंह का राजस्थान से राज्यसभा में जाना तय है. 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 100 सदस्य हैं. उसे 13 निर्दलियों के अलावा माकपा के दो और बसपा के छह विधायकों का भी समर्थन हासिल है. कांग्रेस पार्टी में कुछ लोगों की राय में किस्मत का साथ कुछ ऐसा रहा है कि डॉ. सिंह को कभी मुख्य धारा से अलग नहीं होना पड़ा.
वित्त सचिव, रिजर्व बैंक गवर्नर, यूजीसी चेयरमैन, वित्तमंत्री, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के पदों पर रहने के बाद उन्होंने 10 साल प्रधानमंत्री की गद्दी भी संभाली थी. वह लगातार पांच बार असम से राज्यसभा सदस्य चुने गए थे.