'पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पीढ़ियां याद रखेंगी', PM मोदी ने अंतिम विदाई देते हुए कही ये बात
By भाषा | Published: September 1, 2020 04:10 PM2020-09-01T16:10:27+5:302020-09-01T16:10:27+5:30
'भारत रत्न’ मुखर्जी के निधन पर देश में सात दिनों का राष्ट्रीय शोक है। मुखर्जी के अंतिम दर्शन के लिए कई नेता और अन्य लोग उनके आवास 10 राजा जी मार्ग पहुंचे। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि नेताओं ने मुखर्जी की तस्वीर पर पुष्प आर्पित किए और वे उनके पार्थिव शरीर को देख सकते थे जो दूसरे कमरे में रखा हुआ था।
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अंतिम विदाई देते हुए मंगलवार को कहा कि देश के विकास की दिशा में किए गए उनके प्रयासों के लिए उन्हें पीढ़ियां याद रखेंगी। ‘‘भारत रत्न’’ मुखर्जी को उनके सरकारी निवास 10, राजाजी मार्ग जाकर श्रद्धाजंलि अर्पित करने के बाद मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘श्री प्रणब मुखर्जी को मैंने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
देश के विकास की दिशा में उनके प्रयासों के लिए उन्हें पीढ़ियां याद रखेंगी’’ मुखर्जी का सोमवार की शाम सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। उन्हें गत 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी।
मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे। उन्होंने इंदिरा गांधी, पी वी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह जैसे प्रधान मंत्रियों के साथ काम किया। पश्चिम बंगाल में जन्में इस राजनीतिज्ञ को चलता फिरता ‘इनसाइक्लोपीडिया’ कहा जाता था और हर कोई उनकी याददाश्त क्षमता, तीक्ष्ण बुद्धि और मुद्दों की गहरी समझ का मुरीद था।
मास्क पहनकर और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मुखर्जी को दी गई श्रद्धांजलि
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे नेताओं एवं अन्य लोगों ने न सिर्फ मास्क पहन रखे थे, बल्कि छह फुट की दूरी रखते हुए कतारबद्ध होकर आपनी पारी का इंतजार किया। देश के 13वें राष्ट्रपति रहे मुखर्जी का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह उनके आवास पर लाया गया। तीन हफ्ते तक सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती रहने के बाद सोमवार को उनका निधन हो गया था।
‘भारत रत्न’ मुखर्जी के निधन पर देश में सात दिनों का राष्ट्रीय शोक है। मुखर्जी के अंतिम दर्शन के लिए कई नेता और अन्य लोग उनके आवास 10 राजा जी मार्ग पहुंचे। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि नेताओं ने मुखर्जी की तस्वीर पर पुष्प आर्पित किए और वे उनके पार्थिव शरीर को देख सकते थे जो दूसरे कमरे में रखा हुआ था। मुखर्जी के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे लोगों ने मास्क पहन रखे थे। वहां मौजूदा सुरक्षाकर्मियों ने भी फेस शील्ड पहन रखा था। कोरोना वायरस संबंधी सभी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए उनके पार्थिक शरीर को ले जाने के इंतजाम किए गए थे। इसके लिए ‘गन कैरिज’ के बजाय ‘हर्स वैन’ (शव वाहन) का प्रबंध था।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने मंगलवार को मुखर्जी के अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, थल सेना अध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे, वायु सेना प्रमुख आर के एस भदौरिया, नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह सहित कई प्रमुख हस्तियों ने भी मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। भाषा हक हक अविनाश अविनाश