पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पोते कुलतार सिंह संधवां बने 16वीं पंजाब विधानसभा के स्पीकर, जानें इनके बारे में
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 21, 2022 01:24 PM2022-03-21T13:24:34+5:302022-03-21T13:25:44+5:30
आम आदमी पार्टी ने 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी-पंजाब लोक कांग्रेस-शिअद (संयुक्त) गठबंधन को पछाड़ते हुए 92 सीटें हासिल कीं हैं।
चंडीगढ़ः आम आदमी पार्टी (आप) के दो बार के विधायक कुलतार सिंह संधवां को सोमवार को सर्वसम्मति से 16वीं पंजाब विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को सदन में संधवां के नाम का प्रस्ताव रखा था। मान ने संधवां को विधानसभा का अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई भी दी।
उन्होंने अध्यक्ष से सदन की कार्यवाही के सीधे प्रसारण की अनुमति देने का आग्रह भी किया। विपक्षी विधायकों में कांग्रेस विधायक तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, शिरोमणि अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली, भारतीय जनता पार्टी के विधायक अश्विनी शर्मा, कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा और सुखपाल सिंह खैरा ने भी संधवां को बधाई दी।
विपक्षी सदस्यों ने उम्मीद जतायी कि अध्यक्ष उन्हें सदन में सार्वजनिक मुद्दों को उठाने का समान अवसर देंगे। संधवां (46) ने पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अजयपाल सिंह संधू को 21,130 मतों के अंतर से हराकर कोटकपुरा विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। वह पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पोते हैं। संधवां ने पूर्व अध्यक्ष राणा के. पी. सिंह की जगह ली है।
संधवां ‘आप’ की किसान शाखा के अध्यक्ष हैं और खेती से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाते रहे हैं। पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शनिवार को एक महिला सहित आम आदमी पार्टी (आप) के दस विधायकों को शामिल किया गया था। राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने समारोह में 10 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी।
इन सभी ने शपथ पंजाबी भाषा में ली। हरपाल सिंह चीमा और गुरमीत सिंह मीत हेयर को छोड़कर, आठ अन्य पहली बार विधायक बने हैं। दिर्बा से विधायक चीमा ने सबसे पहले शपथ ली, उसके बाद कैबिनेट में अकेली महिला और मलोट से विधायक डॉ बलजीत कौर ने शपथ ली।
इसके बाद जंडियाला से हरभजन सिंह, मानसा से डॉ विजय सिंगला, भोआ से लाल चंद, बरनाला से गुरमीत सिंह मीत हेयर, अजनाला से कुलदीप सिंह धालीवाल, पट्टी से लालजीत सिंह भुल्लर, होशियारपुर से ब्रह्मशंकर जिम्पा और आनंदपुर साहिब से हरजोत सिंह बैंस ने शपथ ली। कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 18 पद हैं।
कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, पंजाब विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) डॉ इंदरबीर सिंह निज्जर, आप विधायक और मंत्री के रूप में शामिल किए गए विधायकों के परिवार के सदस्य मौजूद थे।
पंजाब के राज्यपाल पुरोहित ने बुधवार को स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकर कलां में एक शपथ ग्रहण समारोह में भगवंत मान को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। आम आदमी पार्टी ने 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी-पंजाब लोक कांग्रेस-शिअद (संयुक्त) गठबंधन को पछाड़ते हुए 92 सीटें हासिल कीं हैं। कैबिनेट में पार्टी ने मालवा से पांच, माझा से चार और दोआबा क्षेत्र से एक विधायक को प्रतिनिधित्व दिया।
इसने उन चार विधायकों को समायोजित किया है जो सुरक्षित निर्वाचन क्षेत्रों दिर्बा, जंडियाला, मलोट और भोआ का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा चार जाट सिख और दो हिंदू हैं। हालांकि, कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, शिअद के प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल और पंजाब लोक कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह सहित दिग्गजों को हराने वाले आप विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली।