सुब्रमण्यम स्वामी ने किया ऐसा ट्वीट, भड़के मालदीव ने भारतीय उच्चायुक्त को किया तलब
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: August 28, 2018 12:11 PM2018-08-28T12:11:11+5:302018-08-28T12:11:11+5:30
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के एक ट्वीट ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया है। हाल ही में स्वामी ने मालदीव को लेकर एक ट्वीट किया है जिसने केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है।
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के एक ट्वीट ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया है। हाल ही में स्वामी ने मालदीव को लेकर एक ट्वीट किया है जिसने केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है। स्वामी के ट्वीट के कारण मालदीव के विदेश सचिव अहमद सरीर ने भारतीय हाई कमिश्नर अखिलेश मिश्रा को इस समन किया है।
खबर के अनुसार, मालदीव के विदेश सचिव ने स्वामी के ट्वीट पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है और मालदीव की सरकार ने आधिकारिक रूप में भारत सरकार से स्वामी के बयान पर चिंता व्यक्त की है और इसे चौंकाने वाला बताया है।
दरअसल 24 अगस्त को सुब्रमण्यण स्वामी ने एक ट्वीट किया था। स्वामी ने ट्वीट करके लिखा कि अगर मालदीव में चुनाव के दौरान गड़बड़ी होती है तो भारत को हमला बोल देना चाहिए।
https://t.co/nazyiRCOKs: India should invade Maldives if rigging of election takes place
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 24, 2018
इसी ट्वीट से मालदीव खासा नाराज है। वहीं, भारत सरकार के उनके इस ट्वीट पर किसी भी तरह की टिप्पणी से इंकार कर दिया था और निजी विचार करारे हुए कहा था कि वह किसी को कुछ कहने से नहीं रोक सकते हैं। ऐसे में स्वामी के इस ट्वीट के बाद कई मालदीव के नागरिकों ने ट्विटर पर ही रोष जाहिर किया।ॉ
Indian citizens in Maldives can't be ill-treated. It's my opinion that India has responsibility to protect its citizens for which invasion is necessary.I don't represent the govt:Subramanian Swamy on his tweet that 'India should invade Maldives if rigging of election takes place' pic.twitter.com/bPXukmiOZW
— ANI (@ANI) August 28, 2018
वहीं, अब मामला बढ़ने के बाद स्वामी ने कहा है कि मालदीव में भारतीय नागरिकों का बुरा व्यवहार नहीं किया जा सकता है। मेरी राय है कि भारत को अपने नागरिकों की रक्षा करने की ज़िम्मेदारी है जिसके लिए आक्रमण जरूरी है। मैं सरकार का प्रतिनिधित्व नहीं करता हूं। गौरतलब है कि भारत और मालदीव के रिश्ते यामीन द्वारा फरवरी माह में लगाए गए आपातकाल के बाद से खराब हुए हैं।