Flashback 2019: पशु चिकित्सक के साथ रेप के बाद हत्या, चंद्रशेखर राव को झटका
By भाषा | Published: December 27, 2019 01:12 PM2019-12-27T13:12:54+5:302019-12-27T13:12:54+5:30
लोकसभा चुनाव के परिणामों से टीआरएस अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को झटका लगा। पार्टी ने 17 लोकसभा सीटों में से महज नौ जीती। चुनाव में भाजपा को चार सीटें मिली। राव की बेटी के.कविता निजामाबाद लोकसभा सीट से हार गईं।
तेलंगाना में नवंबर 2019 में महिला पशु चिकित्सक की बलात्कार के बाद हत्या की बर्बर घटना ने देश को हिलाकर रख दिया। बलात्कारियों ने हत्या के बाद पीड़िता के शव को जला दिया था।
उसके कुछ दिन बाद पुलिस के साथ मुठभेड़ में आरोपी उसी जगह पर मारे गए जहां शव के अवशेष मिले थे। इस बर्बर घटना ने नयी दिल्ली में वर्ष 2012 में हुए निर्भया कांड के जख्मों को हरा कर दिया। लेकिन ताजा घटना में पुलिस की कार्रवाई की समूचे देश में वाहवाही हुई।
यहां लोकसभा चुनाव के परिणामों से टीआरएस अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को झटका लगा। पार्टी ने 17 लोकसभा सीटों में से महज नौ जीती। चुनाव में भाजपा को चार सीटें मिली। राव की बेटी के.कविता निजामाबाद लोकसभा सीट से हार गईं।
निजामाबाद लोकसभा क्षेत्र की ओर देशभर की नजर इसलिए भी थी क्योंकि यहां चुनाव में उतरे 185 उम्मीदवारों में से 177 किसान थे। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में केसीआर की पार्टी ने 119 सीटों में से 88 जीती थीं। ऐसे में उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव में भी उसका प्रदर्शन अच्छा रहने वाला है लेकिन परिणाम कुछ और ही निकले। लेकिन इसके बाद ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनाव में टीआरएस ने दमदार वापसी करते हुए सभी जिला परिषद अध्यक्षों के पद जीत लिए।
अनुच्छेद 370 हटाने समेत केंद्र सरकार के कई प्रमुख फैसलों में उसका समर्थन करने वाली टीआरएस ने संशोधित नागरिकता कानून का विरोध किया और संसद में भी उसके खिलाफ मतदान किया। इस बीच मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को 2019 में बड़ा झटका लगा जब पार्टी के 12 विधायकों ने सत्तारूढ़ टीआरएस का दामन थाम लिया। इससे पहले तक विधानसभा में कांग्रेस के 18 विधायक थे जो अब घटकर छह रह गए थे। इसके साथ ही कांग्रेस ने मुख्य विपक्षी दल का दर्जा भी खो दिया।
तेलंगाना में 27 नवंबर को हुए 27 वर्षीय पशु चिकित्सक की बलात्कार के बाद हत्या और फिर शव जलाने की बर्बर घटना से देशभर में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग उठी। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसके कुछ दिन बाद, छह दिसंबर को पुलिस ने चारों आरोपियों को उसी जगह मुठभेड़ में मार गिराया जहां पर लड़की का जला हुआ शव मिला था।
पुलिस पीड़िता का मोबाइल, घड़ी तथा अन्य सामान इकट्ठा करने घटनास्थल पर गई थी, वहीं से आरोपियों ने भागने की कोशिश की और यह मुठभेड़ हुई। पीड़िता के परिवार ने मुठभेड़ में आरोपियो को मारे जाने की घटना का स्वागत किया। हालांकि एक तबके ने इसे न्यायेतर हत्या बताया और जांच की मांग की।
उच्चतम न्यायालय ने मुठभेड़ की घटना की जांच के लिए शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश वीएस सिरपुरकर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच आयोग नियुक्त किया है। आंध्र प्रदेश में वाईएस जगन मोहन रेड्डी नीत वाईएसआर कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद तेलंगाना के पड़ोसी राज्य से संबंध सुधर गए। दोनों राज्यों के नेताओं ने नदी जल के बंटवारे तथा अन्य मुद्दों पर मिलकर काम करने का फैसला किया।