फिल्मी हस्तियों ने अफगानिस्तान के लिए दुआ की: ईश्वर उन्हें इन फासीवादियों का सामना करने की शक्ति दें
By भाषा | Published: August 16, 2021 07:29 PM2021-08-16T19:29:12+5:302021-08-16T19:29:12+5:30
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे पर चिंता प्रकट करते हुए कबीर खान, सोनू सूद, स्वरा भास्कर और शेखर कपूर सहित कई बॉलीवुड हस्तियों ने कहा है कि उनकी दुआएं युद्धग्रस्त देश के लोगों के साथ हैं। राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ कर जाने के बाद तालिबान ने रविवार को काबुल पर कब्जा कर लिया और अफगानिस्तान में बदलाव लाने की अमेरिका तथा उसके सहयोगी देशों की दो दशक की कोशिशों पर पानी फेर दिया। निर्माता-निर्देशक शेखर कपूर ने कहा कि उन्हें अफगानिस्तान को लेकर दुख हो रहा है ‘‘जिसे विदेशी ताकतों की महत्वाकांक्षा ने तबाह कर दिया।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अफगानिस्तान के लोगों के लिए खास दुआ करता हूं। ’’ तालिबान को सत्ता से अपदस्थ किये जाने के बाद के अफगानिस्तान पर कई वृत्तचित्र बना चुके और 2006 में ‘‘काबुल एक्सप्रेस’’ के साथ फीचर फिल्मों के निर्देशन की शुरूआत करने वाले कबीर खान ने इंस्टाग्राम पर क्षेत्र की तस्वीरें पोस्ट की। निर्देशक ने दुख पहुंचने की भावनाओं को व्यक्त करने वाले प्रतीक चिह्न के साथ लिखा, ‘‘अफगानिस्तान। ’’ अभिनेता सोनू सूद ने ट्विटर पर अपने पोस्ट में लिखा, ‘‘अफगानिस्तान मजबूत रहो। पूरी दुनिया आपके लिए दुआ कर रही है। ’’ अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने अफगान भित्तिचित्र कलाकार शमसिया हस्सानी की एक कलाकृति ट्विटर पर साझा की, जिसमें हिजाब पहनी और एक ‘कैसियो’ ली हुई लड़की डरी-सहमी दिख रही है क्योंकि हथियारबंद लोग उसकी निगरानी कर रहे हैं। भास्कर ने लिखा, ‘‘अफगान लोगों को भेड़ियों के आगे फेंक दिया गया है। खासतौर पर महिलाओं को। तालिबान अपनी ताकत का निर्ममता से इस्तेमाल करता है। वे हत्यारे और महिला विरोधी हैं, उनकी विचारधारा नफरत और हिंसा की है जो नहीं बदलेगी।’’ अभिनेत्री सयानी गुप्ता ने भी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसी तरह की कलाकृति साझा की और लिखा कि अफगानिस्तान जिस दौर से गुजर रहा है उसे देख कर वह आतंकित हैं। उन्होंने लिखा, ‘‘अब जो बर्बरता होने वाली है उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। हम मानवता के साथ यह कैसा मजाक कर रहे हैं?’’ ‘तांडव’ फिल्म के अभिनेता मोहम्मद जीशान अयूब ने भी अफगानिस्तान संकट पर दुख प्रकट किया। उन्होंने लिखा, ‘‘अफगानिस्तान के लोगों के लिए दुआएं... अल्लाह आपका साथ दे और आपको इन फासीवादियों से लड़ने की शक्ति दे।’’ फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप, हंसल मेहता, गीतकार-लेखक वरूण ग्रोवर ने भी अफगान स्वतंत्र फिल्मकार सारा करीमी के 13 अगस्त के खुले पत्र को साझा किया, जिसमें उन्होंने दुनिया भर के फिल्म समुदाय से इस संकट की घड़ी में अफगानिस्तान के लोगों की आवाज बनने का अनुरोध किया था। फिल्म निर्माता ने लिखा कि तालिबान के अफगानिस्तान के कब्जे में जाने से कलाकारों और महिलाओं सहित पूरा देश गंभीर खतरे में है। ‘‘हवा, मरयम, आयशा’’ (2019) और ‘‘अफगान वूमन बिहाइंड द व्हील’’जैसी फिल्मों का निर्देशन करने वाली करीमी (38) ने लिखा, ‘‘यदि तालिबान ने कब्जा कर लिया तो वे सभी तरह की कला पर पाबंदी लगा देंगे। वे महिलाओं के अधिकार छीन लेंगे, हमें हमारे घरों की चहारदीवारी के अंदर कैद कर दिया जाएगा और हमारी आवाज दबा दी जाएगी। ’’ उन्होंने पत्र में लिखा कि अफगानिस्तान एक मानवीय संकट के दौर से गुजर रहा है और फिर भी दुनिया चुप है। काबुल में राष्ट्रपति भवन के अंदर तालिबान सदस्यों की मौजूदगी की एक तस्वीर साझा करते हुए निर्माता-निर्देशक अनुभव सिन्हा ने लिखा, ‘‘इस तस्वीर को देखिये। ये लोग 20 साल पहले कितनी आयु के रहे होंगे...। ’’ अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘जब दुनिया भर में महिलाएं समान मेहनताना के लिए लड़ रही हैं, अफगानिस्तान में उन्हें बेचा जा रहा है।
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