फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने किया ऐलान, 'साथ मिलकर लड़ेंगे विधानसभा चुनाव'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 5, 2022 03:14 PM2022-07-05T15:14:17+5:302022-07-05T15:19:33+5:30
जम्मू समेत कश्मीर घाटी में अपनी मजबूत साख रखने वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने सोमवार को कहा कि गुपकार घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) जम्मू-कश्मीर में संयुक्त रूप से विधानसभा चुनाव लड़ेगा।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में सियासत एकबार फिर उस समय गर्म हो गई जब फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस और महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने ऐलान कर दिया कि वो आने वाले जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे।
जम्मू समेत कश्मीर घाटी में अपनी मजबूत साख रखने वाले दोनों दलों ने सोमवार को कहा कि गुपकार घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) जम्मू-कश्मीर में संयुक्त रूप से विधानसभा चुनाव लड़ेगा।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) दोनों पीएजीडी के प्रमुख घटक दल हैं। साथ चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "हम कश्मीर की आवाम के लिए एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। एक राजनीतिक दल है जिसने कहा कि उसने गठबंधन छोड़ दिया है जबकि सच्चाई यह है कि वे कभी गठबंधन का हिस्सा था ही नहीं। वो तो हमें भीतर से तोड़ने आए थे।"
अब्दुल्ला के साथ प्रेस कांफ्रेंस साझा कर रहीं पीडीपी अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी घाटी में सियासत को फिर से मजबूत करने के लिए नेशनल कांफ्रेंस के साथ जाने की बात कही।
महबूबा ने कहा, "हम एक साथ चुनाव लड़ने का इरादा रखते हैं क्योंकि यह लोगों की इच्छा है कि हमें अपनी खोई हुई गरिमा की बहाली के लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए।"
अब्दुल्ला ने पत्रकार के द्वारा पूछे गये एक सवाल के जवाब में भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि सरकार जब चाहे चुनाव करा सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बाढ़ आई थी तब भी यहां चुनाव हुए थे तो फिर अब चुनाव क्यों नहीं हो सकते? सवाल चुनाव का नहीं है, सवाल यह है कि वो चुनाव कैसे लड़ना चाहते हैं।
अमरनाथ यात्रा के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर की आवाम ने सालों से अमरनाथ तीर्थयात्रा का सुचारू तरीके से चलाने के लिए पूरे दिल से काम किया है। उन्होंने कहा कि ये बात न भूलिये कि अमरनाथ की गुफा की खोज करने वाला व्यक्ति कौन था? वह पहलगाम का ही रहने वाला मुसलमान था।
अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी चुनाव के लिए कमर कस चुके हैं। हमारा मसकद घाटी में अमन-चैन कायम करना है और दिल्ली में बैठ लोग जिस तरह से खामोशी लाना चाहते हैं वो केवल मातम से आ सकती है। अगर घाटी के लोगों के चेहरों पर मुस्कान लानी है को उसके लिए उन्हें हक की सरकार चाहिए और हम इसे लेकर रहेंगे।