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आज 'विजय दिवस' के साथ किसानों की घर वापसी, दिल्ली बॉर्डर से घर लौट रहे हैं किसान

By रुस्तम राणा | Updated: December 11, 2021 09:51 IST

किसान आंदोलन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, किसानों का एक बड़ा समूह कल सुबह 8 बजे क्षेत्र खाली कर देगा। आज की बैठक में, हम बात करेंगे, प्रार्थना करेंगे और उन लोगों से मिलेंगे जिन्होंने हमारी मदद की। लोगों ने खाली करना भी शुरू कर दिया है, इसमें 4-5 दिन लगेंगे। मैं 15 दिसंबर को निकलूंगा।

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ठळक मुद्दे15 दिसंबर को घर लौटेंगे किसान नेता राकेश टिकैतपंजाब सरकार करेगी घर लौट रहे किसानों का स्वागत

नई दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध में करीब एक साल से चल रहा किसान आंदोलन खत्म हो चुका है। आज विजय दिवस के साथ दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से किसानों की घर वापसी होने लगी है। किसान आंदोलन की मांगें पूरी होने पर किसान संगठनों ने आंदोलन को स्थगित किया है। आंदोलन खत्म करने के ऐलान के साथ किसानों ने घर वापसी के लिए 11 और 12 दिसंबर की तारीख तय की थी।

किसान आंदोलन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, किसानों का एक बड़ा समूह कल सुबह 8 बजे क्षेत्र खाली कर देगा। आज की बैठक में, हम बात करेंगे, प्रार्थना करेंगे और उन लोगों से मिलेंगे जिन्होंने हमारी मदद की। लोगों ने खाली करना भी शुरू कर दिया है, इसमें 4-5 दिन लगेंगे। मैं 15 दिसंबर को निकलूंगा।

वहीं आंदोलन के स्थगित होने के बाद, किसानों के द्वारा जीत का जश्न मनाया जा रहा है। डीजे की धुन में किसान नाच रहे हैं, मिठाइंया भी बांटी जा रही हैं और टैंटों को हटाया जा रहा है। कानून वापसी की मांग को मनवाकर किसान घर लौटे रहे हैं। इस बीच किसानों ने आज पूरे देश में विजय दिवस मनाने का ऐलान किया है। 

वहीं दिल्ली की सीमाओं से लौटने वाले किसानों का पंजाब सरकार ने स्वागत करने का निर्णय किया है। चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि ये केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों की जीत है। राज्य सरकार अपनी माटी के बेटों का स्वागत करेगी।

एक साल से आंदोलन पर डटे रहे पंजाब के किसान दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से किसान अंबाला तक साथ जाएंगे और फिर अपने-अपने जिले के लिए जाएंगे, लेकिन जिनके घर दूर हैं,  वो फतेहपुर साहिब में आज की रात विश्राम करेंगे। जबकि टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान पटियाला के रास्ते पंजाब पहुंचेंगे। वहीं 13 दिसंबर को किसान अमृतसर में श्री दरबार साहब में मत्था टेकेंगे। 

15 दिसंबर तक पंजाब-हरियाणा में जगह-जगह चल रहे प्रदर्शनों को खत्म कर लिया जाएगा। किसानों के द्वारा पंजाब-हरियाणा समेत दिल्ली की सड़कों को पूरी तरह खाली कर देगी। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर से बैरिकेडिंग भी हट जाएगी और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर गाड़ियां सरपट दौड़ने लगेगी।

टॅग्स :किसान आंदोलनराकेश टिकैतRakesh Tikait
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