कृषि विधेयकों के खिलाफ आज किसानों का भारत बंद का ऐलान, विपक्ष का समर्थन, कई ट्रेनें रद्द
By विनीत कुमार | Published: September 25, 2020 08:42 AM2020-09-25T08:42:12+5:302020-09-25T08:42:12+5:30
कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का व्यापक असर आज पंजाब, हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों में नजर आ रहा है। किसानों के प्रदर्शन को विपक्षी दलों का भी समर्थन मिला है।
संसद में पास किए जा चुके कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों का आंदोलन तेज हो चला है। इन विधेयकों के खिलाफ कई किसान संगठनों ने आज भारत बंद (25 सितंबर) बुलाया है। इसका व्यापक असर पंजाब, हरियाणा, यूपी, महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में नजर आ सकता है। किसानों ने ऐलान किया है कि वे चक्का जाम करेंगे। ऐसे में रेल यातायात पर भी खासा प्रभाव पड़ेगा।
किसानों के इस प्रदर्शन को कांग्रेस सहित कई अन्य विपक्षी दलों का भी समर्थन प्राप्त है। हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत देश भर में करीब 250 छोटे-बड़े किसान संगठन आज बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शन के दौरान किसानों से कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और कोरोना वायरस से जुड़े सभी नियमों का पालन करने की अपील की है।
पंजाब में दुकानें-सड़क बंद, प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) महासचिव सुखबीर सिंह ने हड़ताल के समर्थन में वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, दुकानदारों से अपनी दुकानों को बंद रखने की अपील की है।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी लोगों से किसानों का समर्थन करने और हड़ताल को सफल बनाने का अनुरोध किया है। आम आदमी पार्टी पहले ही अपना समर्थन दे चुकी है जबकि शिरोमणि अकाली दल ने सड़क बंद करने की घोषणा की है।
बिहार और यूपी में भी दिखेगा असर
किसान के प्रदर्शन का असर बिहार और यूपी में नजर आ सकता है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी किसानों और श्रमिकों के हितों पर 25 सितम्बर को प्रदेशव्यापी अभियान के तहत जिलाधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौंपेगी।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी के अनुसार अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा कार्यकर्ता कृषि एवं श्रम कानूनों के विरोध में आज सभी जिलों में दो गज की दूरी बनाए रखते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सम्बोधित ज्ञापन सौंपेंगे।
वहीं, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव किसानों के साथ मार्च करेंगे। दूसरी ओर इस पूरे मुद्दे पर बीजेपी की ओर से जनजागरण अभियान चलाया जाएगा, जो 15 दिन तक चलेगा। पश्चिम बंगाल में लेफ्ट पार्टी से जुड़े ऑल इंडिया किसान सभा ने यहां पर बंद बुलाया है।
ट्रेनों पर असर, कई के परिचालन रद्द
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए 26 ट्रेनों का परिचालन 26 सितंबर तक के लिए रद्द किया गया है। इनमें जन शताब्दी एक्सप्रेस (हरिद्वार-अमृतसर), गोल्डेन टेम्पल मेल (अमृतसर-मुंबई मध्य), सचखंड एक्सप्रेस (नांदेड़-अमृतसर), नई दिल्ली-जम्मू तवी, शहीद एक्सप्रेस (अमृतसर-जयनगर) और कर्मभूमि (अमृतसर-न्यू जलपाइगुड़ी) जैसी ट्रेनें शामिल हैं।
किसान संगठनों ने एक अक्टूबर से रेल रोको प्रदर्शन भी अनिश्चितकालीन के लिए शुरू करने का फैसला किया है। किसानों का कहना है कि जब तक तीनों विधेयक वापस नहीं लिए जाते तब तक वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।