किसान नेता राकेश टिकैत नंदीग्राम में रैली को करेंगे संबोधित, कोलकता में शुक्रवार को किसान नेताओं ने किया प्रेस कांफ्रेंस
By अनुराग आनंद | Published: March 13, 2021 08:20 AM2021-03-13T08:20:35+5:302021-03-13T08:26:03+5:30
बंगाल विधानसभा चुनावों को देखते हुए सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों के लिए किसानों ने अपनी यात्रा शुरू कर दी है।
जोधपुर: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत शनिवार को नंदीग्राम में रैली आयोजित करेंगे। यहां किसानों के बीच राकेश टिकैत केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के बनाए तीन कानूनों के खिलाफ लोगों के बीच अपनी बात रखेंगे। इस दौरान राकेश टिकैत संभव है कि आम लोगों से किसानों के विरोध में वोट देने की अपील भी कर सकते हैं। यहां से ममता बनर्जी के खिलाफ खुद शुभेंदु अधिकारी चुनाव लड़ रहे हैं।
बता दें कि बंगाल विधानसभा चुनावों को देखते हुए सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों के लिए किसानों ने अपनी यात्रा शुरू कर दी है। किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेताओं ने शुक्रवार को कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बंगाल के किसानों को संदेश दिया कि वे भाजपा का बहिष्कार करें, उसे वोट न दें।
राकेश टिकैत जोधपुर में आयोजित एक सभा में विपक्षी नेताओं के डरने की बात कही है-
इससे पहले शुक्रवार को राकेश टिकैत जोधपुर में आयोजित एक सभा में हिस्सा ले रहे थे, जहां उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता किसानों के आंदोलन को ज्यादा समर्थन नहीं दे रहे क्योंकि उन्हें डर है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा निशाना बनाया जाएगा।
राजस्थान के जोधपुर के पीपाड़ में किसानों की महापंचायत को संबोधित करते हुए भाकियू नेता ने केंद्र में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार को ‘‘दो लोगों की सरकार’’ बताया जो किसी की नहीं सुनती। उन्होंने युवाओं की और भागीदारी का आह्वान करते हुए कहा कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ फिलहाल आंदोलन नवंबर तक जारी रहेगा।
राकेश टिकैत बोले- अगर सरकार होती तो वार्ता होती, लेकिन देश में सिर्फ 2 लोगों की सरकार है
टिकैत ने दावा किया कि विपक्ष बदहाल स्थिति में है और किसानों के मुद्दे पर नहीं बोल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘उनके पुराने कारनामे उनकी राह में आड़े आ रहे हैं और उन्हें किसी मामले में फंसा दिए जाने का डर है।’’ केंद्र पर निशाना साधते हुए किसान नेता ने कहा, ‘‘अगर सरकार होती तो वार्ता होती। लेकिन देश में दो लोगों की सरकार है।’’
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन लंबी लड़ाई है और युवाओं को इसे अंजाम तक ले जाने के लिए तैयार रहना चाहिए
उन्होंने कहा कि यह सरकार किसी की राय नहीं लेती है। टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन लंबी लड़ाई है और युवाओं को इसे अंजाम तक ले जाने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘आखिरकार उन्हें (युवाओं को) ही यह लड़ाई आगे ले जानी होगी। इसके लिए बाधाएं खत्म करनी होगी।’’ टिकैत ने कहा, ‘‘अगले 20-30 साल में हम अपनी जमीन खो देंगे और ऐसा देश के हरेक किसान के साथ होगा। हम सरकार से लड़कर ही अपनी जमीन बचा सकते हैं।’’
राकेश टिकैत बोले- न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून नहीं होगा तो फसल ‘‘आधी कीमत’’ पर बिकेगी
उन्होंने उपस्थित लोगों से सभी सुविधाएं त्यागने और आंदोलन का समर्थन करने को कहा। टिकैत ने दावा किया अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून नहीं होगा तो फसल ‘‘आधी कीमत’’ पर बिकेगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल आंदोलन नवंबर तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि हम बहुत दूर आ गए हैं इसलिए वापस लौटने का सवाल ही नहीं उठाता।’’
(एजेंसी इनपुट)