असम के तिनसुकिया में फिर से पैर जाम रहे उल्फा उग्रवादियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी, एक उग्रवादी घायल
By भाषा | Published: December 21, 2022 03:25 PM2022-12-21T15:25:18+5:302022-12-21T15:32:15+5:30
तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक गौरव अभिजीत दिलीप ने बताया कि पेंगरी पुलिस थाने के तहत आने वाले खटांगपानी इलाके में उग्रवादियों के एक समूह के छिपे होने की सूचना मिलने पर पुलिस कर्मियों ने मंगलवार रात को एक अभियान चलाया। इसके बाद उल्फा (आई) सदस्यों को कथित तौर पर भोजन उपलब्ध कराने तथा पनाह देने के लिए चार लोगों को पकड़ा गया था।
तिनसुकियाः असम के तिनसुकिया में बुधवार को संदिग्ध उल्फा (इंडीपेंडेंट) उग्रवादियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी में एक उग्रवादी घायल हो गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। घायल उग्रवादी को पहले पकड़ लिया गया था और उसे सुरक्षाबलों को वह जगह दिखाने के लिए अपर देहिंग रिजर्व वन में ले जाया गया था जहां यूनाटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (इंडीपेंडेंट) के उग्रवादी छिपे हुए थे। घायल उग्रवादी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक गौरव अभिजीत दिलीप ने बताया कि पेंगरी पुलिस थाने के तहत आने वाले खटांगपानी इलाके में उग्रवादियों के एक समूह के छिपे होने की सूचना मिलने पर पुलिस कर्मियों ने मंगलवार रात को एक अभियान चलाया। इसके बाद उल्फा (आई) सदस्यों को कथित तौर पर भोजन उपलब्ध कराने तथा पनाह देने के लिए चार लोगों को पकड़ा गया था। पुलिस ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान चारों ने कबूल किया था कि उन्होंने वन में पनाह लेने वाले उल्फा (आई) के सात सदस्यों के लिए भोजन की व्यवस्था की थी।
एसपी ने बताया कि बुधवार को सुरक्षा सुरक्षा बल इनमें से एक आरोपी को वह जगह दिखाने के लिए लेकर गए जहां उन्होंने जंगल के अंदर उग्रवादियों के लिए भोजन पकाया था। जब वे उस जगह पहुंचे तो उग्रवादियों ने गोलीबारी की और सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। दिलीप ने कहा, ‘‘मुठभेड़ के दौरान उल्फा के लिए काम कर रहे आरोपी को गोली लग गयी लेकिन यह पता नहीं चला कि उसे किसकी चलायी गोली लगी।’’ उन्होंने बताया कि उग्रवादी को दिगबोई रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से उसे तिनसुकिया सिविल हॉस्पिटल ले जाया गया। बहरहाल, उग्रवादी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए।
एसपी ने बताया कि घटनास्थल पर तलाशी अभियान के दौरान कई डेटोनेटर, दो ग्रेनेड, कई मीटर तार और अन्य सामान बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि जंगल में तलाश अभियान जारी है और पड़ोसी इलाकों में सुरक्षा बलों को चौकन्ना रहने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, उल्फा (आई) ने मीडिया संगठनों को भेजे एक बयान में दावा किया कि उसके साथ मुठभेड़ की खबरें ‘‘फर्जी और मनगढंत’’ है। ऐसा संदेह है कि प्रतिबंधित संगठन के सदस्य तिनसुकिया जिले में अपना आधार फिर से बनाने की कोशिश कर रहे हैं। गत महीने सेना के एक काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया था जिसकी जिम्मेदारी उल्फा (आई) ने ली थी।