पार्थ चटर्जी को लेकर पूर्व टीएमसी नेता बैसाखी बनर्जी ने किया चौंकाने वाला खुलासा, कहा- हर पोस्ट की होती थी बिक्री, ममता बनर्जी को वे कुछ नहीं समझते थे
By अनिल शर्मा | Published: August 5, 2022 10:46 AM2022-08-05T10:46:49+5:302022-08-05T13:24:38+5:30
पश्चिम बंगाल कॉलेज और यूनिवर्सिटी प्रोफेसर्स एसोसिएशन की पूर्व महासचिव बैसाखी बनर्जी ने गुरुवार को खुलासा किया कि एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले छात्र नेताओं को शिक्षा के क्षेत्र में शक्तिशाली और मजबूत नाम बनते देखना अजीब था।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बीच पूर्व-टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल कॉलेज और यूनिवर्सिटी प्रोफेसर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूबीसीयूपीए) की पूर्व महासचिव बैसाखी बनर्जी ने बड़ा खुलासा किया है। बैसाखी ने दावा किया है कि पार्थ चटर्जी के कार्यकाल में लोगों को शिक्षण संस्थानों में सीधा प्रवेश मिला।
हर पोस्ट की बिक्री होती थीः बैसाखी बनर्जी
बैसाखी ने गुरुवार को समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में खुलासा किया कि एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले छात्र नेताओं को शिक्षा के क्षेत्र में शक्तिशाली और मजबूत नाम बनते देखना अजीब था। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल कॉलेज यूनिवर्सिटी प्रोफेसर्स एसोसिएशन (WBCUPA) के अंदर एक सिंडिकेट काम कर रहा था, जिसने कॉलेज यूनिवर्सिटी सब-पोस्ट में एक प्राइस टैग जोड़ा, जहाँ हर पोस्ट बिक्री पर थी। टीएमसी की पूर्व नेता ने कहा, जो लोग स्कूल में भी नहीं पढ़ा सकते थे, वे पार्थ चटर्जी की वजह से सीधे विश्वविद्यालय में प्रवेश कर गए।
अयोग्य लोगों को दी गई नौकरी
बैसाखी ने कहा कि पार्थो चटर्जी के कारण अयोग्य, चोरों को नौकरी मिल रही थी। बनर्जी ने कहा कि उन्होंने तुरंत कार्रवाई की और एक व्यक्ति को निलंबित कर दिया जिस पर भ्रष्टाचार का आरोप था और जो लोग इसमें शामिल थे उन्हें डांट लगाई थी। लेकिन कुछ दिनों के बाद, मैं समझ गई कि यह सब एक मुखौटा है।
भ्रष्टाचारियों पर झूठी कार्रवाई की जाती थीः बैसाखी
पूर्व टीएमसी नेता ने दावा किया कि जिस व्यक्ति पर कार्रवाई की गई, कुछ दिनों के बाद, वही आदमी और अधिक शक्तिशाली तरीके से शिक्षा के क्षेत्र में वापस आ रहा था और मैं समझ गई कि भ्रष्टाचार यहीं खत्म नहीं होगा और बिगड़ जाएगा।
बनर्जी ने बताया कि पार्थ ने ही उन्हें राजनीति में लाया था। उन्होंने कहा था कि यहां बहुत भ्रष्टाचार है, अगर कोई आप जैसे अच्छे परिवार से आता है, तो वह पैसे के लिए नहीं आएगा। आप जैसी और लड़कियां आनी चाहिए राजनीति में। इसे सच मानकर 2016 में मैं राजनीति में आ गई।
पार्थ अपने आगे ममता बनर्जी को कुछ नहीं समझते थेः बैसाखी
बनर्जी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि पार्थ किसी को अपने से ऊपर नहीं समझते थे। यहां तक कि ममता बनर्जी को भी नहीं। उन्होंने कई बार अपने पद का दुरुपयोग किया और शिक्षा विभाग को पूरी तरह से नियंत्रित किया। उन्होंने अपने लिए भ्रष्टाचार किया।