उपेंद्र कुशवाहा के 'खूनी बयान' के बाद पूर्व विधायक ने लहराया हथियार, कहा- हमें बस महागठबंधन के नेता आदेश दें
By एस पी सिन्हा | Published: May 22, 2019 07:10 PM2019-05-22T19:10:37+5:302019-05-22T19:16:07+5:30
भभुआ में आज अपने घर पर हथियार लहराते हुए कहा कि लोकतंत्र के लिए हथियार उठाना पडे़ तो उठाऊंगा. रिजल्ट फेवर में नहीं आने पर अब लड़ना पडे़गा, अब चुप बैठने से काम नहीं चलेगा.
लोकसभा चुनाव नतीजों के ठीक पहले रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा द्वारा खूनी संघर्ष की बात कहे जाने के ठीक अगले दिन ही उनके समर्थन में एक नेता जी हथियार के साथ उतर गए. भभुआ के पूर्व राजद विधायक और फिलहाल बक्सर लोकसभा सीट से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे रामचन्द्र यादव ने अपने प्रेसवार्ता में हथियार लहराया.
भभुआ में आज अपने घर पर हथियार लहराते हुए कहा कि लोकतंत्र के लिए हथियार उठाना पडे़ तो उठाऊंगा. रिजल्ट फेवर में नहीं आने पर अब लड़ना पडे़गा, अब चुप बैठने से काम नहीं चलेगा.
हथियार लहराते हुए यादव ने यहां तक कह दिया कि हम लोकतंत्र को बचाने के लिए गोली चलाने को तैयार हैं. हमें बस महागठबंधन के नेता आदेश दें. पिस्टल हाथ में लेकर रामचंद्र यादव ने कहा कि कुशवाहा और तेजस्वी के नेतृत्व में लोकतंत्र बचाऊंगा.
यहां बता दें कि रामचंद्र यादव पूर्व राजद विधायक रहे हैं और उसके बाद समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. दो साल पहले पूर्व विधायक राजद नेता रामचंद्र यादव को पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन मामले में न्यायालय द्वारा नॉनबेलेबल वारंट जारी होने के बाद गिरफ्तार किया था, तब राजद कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि साजिश के तहत पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया गया है.
भभुआ नगर थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया था कि बेल टूटने पर पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, कैमूर के एसपी का कहना है कि इस मामले में रामचंद्र यादव की गिरफ्तारी की जा सकती है. कैमूर एक नक्सल प्रभावित क्षेत्र है.
वहीं, भाजपा प्रवक्ता संजय टाइगर का कहना है कि संभावित हार को लेकर यह हताशा और निराशा है साफ दिख रही है. यह पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना हरकत है और लोकतंत्र में जनादेश का आदर करना चाहिए. अगर कोई हिंसा का सहारा लेगा तो सरकार सख्ती से निपटेगी. इससे बिहार की जनता और एनडीए नहीं डरने वाली है. जबकि जदयू नेता अजय आलोक का कहना है कि आदर्श आचार संहिता लगी हुई है और चुनाव आयोग जो आदेश देगा वह होगा.
उन्होंने कहा कि यह सस्ती लोकप्रियता का तरीका है. साथ ही उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर भी उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि उपेंद्र कुशवाहा को लोग फॉलो करते हैं. चुनाव आयोग इस मामले को जरूर गंभीरता से लेगी. यहां बता दें कि कुशवाहा ने मंगलवार को पटना में लोगों से हिंसक अपील कर डाली थी. उन्होंने एग्जिट पोल को सिरे से खारिज करते हुए साफ कहा था कि 'पहले बूथ लूट और अब रिजल्ट लूट' की तैयारी चल रही है. अगर रिजल्ट लूट की घटना हुई तो महागठबंधन के नेताओं से आग्रह है कि हथियार भी उठाना हो तो उठा लें. सडकों पर खून बहेगा.