5 घंटे के बाद रॉबर्ट वाड्रा से ईडी की पूछताछ खत्म, दोबारा समन भेजा जा सकता है
By विकास कुमार | Updated: February 6, 2019 20:57 IST2019-02-06T19:22:36+5:302019-02-06T20:57:43+5:30
रॉबर्ट वाड्रा से पांच घंटे तक पूछताछ चली. ईडी उनको दोबारा समन भेज सकती है.

5 घंटे के बाद रॉबर्ट वाड्रा से ईडी की पूछताछ खत्म, दोबारा समन भेजा जा सकता है
रॉबर्ट वाड्रा से ईडी की पूछताछ खत्म हो गई है. मीडिया रिपोर्टों के हवाले से कहा जा रहा है कि वाड्रा अपने ऊपर लगाये गए सारे आरोपों को खारिज कर दिया है. ईडी की पूछताछ मनी लांड्रिंग के केस में दूसरे चरण में पहुंच गई है. वाड्रा ने संजय भंडारी नाम के किसी भी शख्स को जानने से इंकार कर दिया है. रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ रात 8 बजे तक चलेगी. वाड्रा पर लंदन में अवैध संपत्ति खरीदने का आरोप है. वाड्रा से 4 चरणों में 36 सवाल ईडी पूछेगी.
रॉबर्ट वाड्रा जब ईडी ऑफिस पहुंचे तो उनके साथ उनकी पत्नी और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. प्रियंका गांधी रॉबर्ट वाड्रा को गेट पर ड्राप करने के बाद कांग्रेस मुख्यालय चली गईं. रॉबर्ट वाड्रा पर आज बीजेपी सुबह से ही हमलावर दिखी. प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कई गंभीर आरोप लगाये.
बीजेपी के नए आरोप
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर रॉबर्ट वाड्रा पर कई आरोप लगाये हैं. उन्होंने उन पर पेट्रोलियम और डिफेंस डील में दलाली खाने का आरोप लगाया है. संबित ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में संजय भंडारी नाम के शख्स का बार-बार जिक्र करते नजर आये और इन्हें रॉबर्ट वाड्रा का साथी बताया. बीजेपी प्रवक्ता के अनुसार रॉबर्ट वाड्रा की लंदन में 8 संपतियां हैं. वहीं उन पर दिल्ली में भी अवैध तरीके से संपत्ति बनाने का आरोप लगाया गया है. दिल्ली में जगदीश शर्मा के नाम पर प्रॉपर्टी होने का दावा बीजेपी ने किया है, जिन्हें वाड्रा का करीबी दोस्त माना जाता है.
रॉबर्ट वाड्रा पर कारवाई में इतनी देर क्यों
रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप नए नहीं हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के रहते उन पर जमीन घोटाले के आरोप भी लगे थे. रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी को डीएलएफ ने बहुत सी सस्ते दाम पर जमीन उपलब्ध करवाए थे. इससे पहले राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार ने वाड्रा के सैंकड़ों एकड़ जमीन का मोटेशन रद्द किया था. लेकिन वाड्रा के खिलाफ व्यक्तिगत स्तर पर कोई कारवाई नहीं की जा रही थी. तो क्या वाड्रा पर कारवाई के लिए प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने का इंतजार किया जा रहा था?