DU Admission: दिल्ली विश्वविद्यालय ने सीएसएएस की शुरुआत के साथ स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू की, 68 कॉलेज और कुल 71000 सीट, जानें क्या है पंजीकरण शुल्क
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 14, 2023 01:49 PM2023-06-14T13:49:47+5:302023-06-14T13:50:50+5:30
DU Admission: छात्र विश्वविद्यालय के 68 कॉलेज में 78 स्नातक प्रोग्राम के अलावा, 198 बीए प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेज में कुल 71,000 सीट हैं।
DU Admission: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने ‘कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम’(सीएसएएस) की शुरुआत के साथ बुधवार को शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी। छात्र विश्वविद्यालय के 68 कॉलेज में 78 स्नातक प्रोग्राम के अलावा, 198 बीए प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेज में कुल 71,000 सीट हैं। पिछले साल की तरह इस साल भी केंद्रीय विश्वविद्यालय-संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के स्कोर के आधार पर दाखिले किए जाएंगे। कुलपति योगेश सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हम आज सीएसएएस-यूजी की शुरुआत कर रहे हैं।’’
कॉलेज ऑफ आर्ट्स के लिए ‘बीए फाइन आर्ट्स’ के दाखिले भी सीएसएएस के जरिए किए जाएंगे। पंजीकरण शुल्क अनारक्षित तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों के लिए 250 रुपये और अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) तथा दिव्यांगजन (पीडब्ल्यूडी) छात्रों के लिए 100 रुपये है।
खेल और ईसीए कोटा के तहत दाखिला लेने वालों को अतिरिक्त भुगतान करना होगा। सिंह ने बातया कि बीकॉम विश्वविद्यालय में ‘फ्लैगशिप प्रोग्राम’ है। कुलपति ने ‘स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग’ (एसओएल) और एनसीडब्ल्यूईबी (नॉन कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड) की भी दाखिले प्रक्रिया शुरू की।
डीयू दाखिला: स्नातक पाठ्यक्रमों में ईसीए, खेल कोटा के तहत अधिसंख्य सीट का अधिकतम 20 प्रतिशत इस्तेमाल होगा
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने पाठ्येतर गतिविधियों (ईसीए) और खेल कोटा के तहत स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के नियमों में बदलाव किया है। इसके अनुसार किसी कॉलेज में कुल अधिसंख्य (सुपरन्यूमेरी) सीट के 20 प्रतिशत सीट पर इन श्रेणियों के तहत दाखिला दिया जाएगा।
डीयू के एक अधिकारी ने जानकारी दी। पिछले हफ्ते डीयू की कार्यकारी परिषद ने इस कदम को मंजूरी दी थी। हालांकि, परिषद के सदस्यों ने ईसीए और खेल कोटा को अधिसंख्य सीट का 2.5-2.5 प्रतिशत भारांक देने की विश्वविद्यालय की योजना को खारिज कर दिया।
डीयू के अधिकारी के मुताबिक कार्यकारी परिषद के सदस्यों ने कहा कि ऐसे कई कॉलेज हैं, विशेष रूप से सभी महिला संस्थान, जहां अधिसंख्य सीट पर ज्यादातर दाखिला ईसीए श्रेणी के तहत दिए जाते हैं, न कि खेल कोटा के तहत। अधिसंख्य सीट किसी कॉलेज के लिए स्वीकृत सीट के अलावा होती हैं।
अधिसंख्य सीटों पर दो श्रेणियां - ईसीए और खेल कोटा के तहत दाखिला दिया जाता है। किसी कॉलेज में अधिसंख्य सीट की अधिकतम संख्या उसकी कुल सीट के पांच प्रतिशत तक होती है। डीयू के अधिकारी ने कहा, ‘‘ 2.5 प्रतिशत का प्रस्ताव लाकर हम समानता लाना चाहते थे। लेकिन कुछ सदस्यों ने बताया कि ऐसे महिला कॉलेज हैं जहां अधिसंख्य सीट ईसीए कोटे के तहत भरी जाती हैं।
इसलिए, हमने फैसला किया कि प्रत्येक श्रेणी के तहत कम से कम एक प्रतिशत का प्रतिनिधित्व अनिवार्य होगा और कॉलेज बाकी सीट पर फैसला कर सकता है।’’ उन्होंने कहा कि दोनों श्रेणियों के तहत सीटों की संख्या की गणना अब पाठ्यक्रम-वार की जाएगी। पहले कॉलेज के स्तर पर इसकी गणना की जाती थी।