काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश के लिए ड्रेस कोड, पुरुषों को धोती कुर्ता और महिलाओं को पहनना होगा साड़ी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 13, 2020 12:30 PM2020-01-13T12:30:25+5:302020-01-13T13:09:20+5:30
राज्यमंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी की अध्यक्षता में हुई मंदिर प्रशासन और काशी विद्वत परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। यह फैसला मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी से लागू किया जाएगा।
प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में स्पर्श दर्शन करने के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। रविवार को राज्यमंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी की अध्यक्षता में हुई मंदिर प्रशासन और काशी विद्वत परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। यह फैसला मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी से लागू किया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत मंदिर के गर्भ गृह में स्पर्श दर्शन के लिए पुरुषों को पारंपरिक धोती कुर्ता और महिलाओं को साड़ी पहनना होगा।
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक जो श्रद्धालु जींस, पैंट, शर्ट, सूट, टाई, कोट पहने होंगे उन्हें सिर्फ मंदिर में दर्शन की व्यवस्था होगी। ऐसे लोग गर्भगृह में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। आपको बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन के लिए अभी तक कोई ड्रेस कोड नहीं था। हालांकि उज्जैन स्थित महाकाल ज्योतिर्लिंग और दक्षिण भारत के कुछ मंदिरों में बिना सिले हुए वस्त्र पहनकर जाने की परंपरा है।
इसके साथ काशी विश्वनाथ मंदिर में हर दिन सप्तऋषि आरती के पहले छह से सात बजे तक एक घंटे का समय श्रद्धालुओं को स्पर्श दर्शन के लिए तय था, जिसे बढ़ाकर रोजाना 7 घंटे किया गया है।