दिल्ली दंगा: 'वंदे मातरम' गाने के लिए मजबूर करने के मामले में जांच में देरी, कोर्ट ने पुलिस को लगाई फटकार, स्टेटस रिपोर्ट मांगी
By विशाल कुमार | Published: January 12, 2022 09:50 AM2022-01-12T09:50:08+5:302022-01-12T09:55:48+5:30
यह मामला दिल्ली दंगे के दौरान वायरल हुए एक वीडियो से जुड़ा है जिसमें फैजान को कथित तौर पर बुरी तरह पीटते हुए दिल्ली पुलिस के जवान उन्हें राष्ट्रीय गीत गाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। अदालत ने संबंधित पुलिस उपायुक्त के हस्ताक्षर के साथ जांच की एक विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।
नई दिल्ली: साल 2020 में हुए दिल्ली दंगे के दौरान एक 23 वर्षीय युवक फैजान को 'वंदे मातरम' गाने के लिए मजबूर किए जाने के मामले में जांच में देरी पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सवाल उठाए हैं।
यह मामला दिल्ली दंगे के दौरान वायरल हुए एक वीडियो से जुड़ा है जिसमें फैजान को कथित तौर पर बुरी तरह पीटते हुए दिल्ली पुलिस के जवान उन्हें राष्ट्रीय गीत गाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। अदालत ने संबंधित पुलिस उपायुक्त के हस्ताक्षर के साथ जांच की एक विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।
इस दौरान जब दिल्ली पुलिस ने अदालत को बताना चाहा कि उन्होंने इस मामले में एक हेड कॉन्सटेबल से पूछताछ की है तो जस्टिस मानक गुप्ता ने कहा कि घटना को दो साल हो गए हैं और आपने केवल कुछ लोगों की पहचान की है।
अदालत फैजान की मां किस्मतुन की याचिका पर सुनवाई कर रही है जिन्होंने अपने बेटे की मौत के मामले में एसआईटी जांच की मांग की है। उनका बेटा चार अन्य मुस्लिम युवकों के साथ वीडियो में कैद हुआ था।
किस्मतुन ने अपनी याचिका में दावा किया है कि पुलिस ने उनके बेटे को गैरकानूनी रूप से हिरासत में लिया और इलाज मुहैया कराने से इनकार कर दिया जिसके कारण उनकी 26 फरवरी, 2020 को मौत हो गई।