JNU राजद्रोह मामला: कन्हैया-उमर सहित 10 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, संज्ञान लेने पर कल फैसला करेगा कोर्ट
By स्वाति सिंह | Published: January 14, 2019 03:14 PM2019-01-14T15:14:20+5:302019-01-14T18:34:19+5:30
कन्हैया, उमर खालिद और अनिर्बान को जेएनयू परिसर में कथित रूप से संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी पर लटकाए जाने के विरोध में कथित रुप से कार्यक्रम करने को लेकर 2016 में देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को 1200 पेज की चार्जशीट दाखिल की है।इस चार्जशीट में कुल 46 आरोपियों के नाम दर्ज हैं। इनमें कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बन भट्टाचार्य तथा सात कश्मीरियों समेत 10 आरोपियों के नाम कॉलम 11 में दर्ज किए गए हैं।
Chargesheet filed under various sections of Indian Penal Code (IPC) including 124A 323, 465, 471,143, 149, 147, 120B, in 2016 JNU sedition case. https://t.co/GYFT5G9sni
— ANI (@ANI) January 14, 2019
चार्जशीट दाखिल होने के बाद से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिल गए हैं। इनके अलावा कुल 36 आरोपियों को कॉलम 12 में दर्ज किया गया है। इनमें डी राजा की बेटी अपराजिता और शहला रशीद के नाम भी शामिल हैं।
Kanhaiya Kumar, Umar Khalid, Anirban Bhattacharya, Aquib Hussain, Mujeeb Hussain, Muneeb Hussain, Umar Gul, Rayeea Rasool, Bashir Bhat, among others named in the chargesheet filed in JNU sedition case.
— ANI (@ANI) January 14, 2019
The chargesheet has been filed under IPC section 124A (sedition), 323 (voluntarily causing hurt), 465 (forgery), 471 (using as genuine, forged document), 143 (punishment for unlawful assembly), 149 (unlawful assembly with common object), 147(rioting), & 120B (criminal conspiracy) https://t.co/WFxRIb3Sk7
— ANI (@ANI) January 14, 2019
इसपर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा 'अगर यह ख़बर सच है कि मेरे खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है, तो मैं पुलिस और मोदी जी का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। आखिरकार तीन साल बाद चुनाव से ठीक पहले चार्जशीट फाइल किया जाना साफ करता है कि यह केवल राजनीति से प्रेरित है। मुझे देश की न्यायपालिका पर भरोसा है।'
Kanhaiya Kumar, former JNU president: If the news is true that a chargesheet has been filed, I would like to thank police and Modi Ji. The filing of chargesheet after 3 years, ahead of elections clearly shows it to be politically motivated. I trust the judiciary of my country. pic.twitter.com/eGVy40SYDT
— ANI (@ANI) January 14, 2019
बता दें कि कन्हैया, उमर खालिद और अनिर्बान को जेएनयू परिसर में कथित रूप से संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी पर लटकाए जाने के विरोध में कथित रुप से कार्यक्रम करने को लेकर 2016 में देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी से बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। विपक्ष ने पुलिस पर सत्तारुढ़ भाजपा की शह पर काम करने का आरोप लगाया था। जेएनयू के इस विवादस्पद कार्यक्रम से लोगों में नाराजगी फैली थी। आरोप लगे थे कि कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से देश विरोधी नारे लगाए गये।