दिल्ली सरकार के पास कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए नहीं है पैसा, मनीष सिसोदिया ने नरेंद्र मोदी सरकार से मांगे 5000 करोड़
By अनुराग आनंद | Published: May 31, 2020 01:59 PM2020-05-31T13:59:47+5:302020-05-31T14:23:43+5:30
अरविंद केजरीवाल सरकार का कहना है कि सरकार का खजाना खाली हो गया है। यही वजह है कि दिल्ली के सीएम मनीष सिसोदिया ने रविवार को कहा कि कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए राज्य सरकार के पास पैसा नहीं है।
नई दिल्ली: देश भर में इन दिनों कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस महामारी को रोकने के लिए केंद्र के नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा कंटेनमेंट जोन वाले शहरों में लॉकडाउन 5 की घोषणा की गई है। देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में लॉकडाउन 5 यहां भी लागू है। हालांकि. अब पहले से अधिक छूट राज्य की अरविंद केजरीवाल सरकार ने दी है।
इसके बावजूद लगातार दो माह तक लॉकडाउन की वजह से दिल्ली की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। अरविंद केजरीवाल सरकार का कहना है कि सरकार का खजाना खाली हो गया है। यही वजह है कि दिल्ली के सीएम मनीष सिसोदिया ने रविवार को कहा कि कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए राज्य सरकार के पास पैसा नहीं है।
मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार को प्रतिमाह 3500 करोड़ रुपये बतौर वेतन देना होता है, लेकिन सरकार के पास सिर्फ 1725 करोड़ रुपए हैं। इसलिए उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को चिट्ठी लिखकर केंद्र सरकार से 5000 करोड़ रुपये मांगे हैं।
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में दो महीने से भी ज्यादा समय बाद अब सामान्य कामकाज बहाल होने की संभावना है क्योंकि लॉकडाउन हटाने के लिए दिल्ली सरकार की अधिकतर सिफारिशें केंद्र ने मान ली है। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली सरकार के एक सूत्र ने बताया, ‘‘व्यवहारिक रूप से दिल्ली सरकार की सारी सिफारिशें गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देश में शामिल हैं, जिसका मतलब है कि अगले कुछ दिनों में शहर में सामान्य गतिविधियां बहाल हो जाएंगी।’’
उन्होंने बताया, ‘‘केंद्र के दिशा-निर्देश और मानक संचालन प्रक्रिया के अध्ययन के बाद पाबंदी हटाने के बारे में अंतिम घोषणा कल होने की संभावना है।’’ शहर में 23 मार्च से बंद शॉपिंग मॉल के आठ जून से खुलने की संभावना है। दिल्ली सरकार ने सम-विषम के आधार पर मॉल के भीतर की दुकानों को खोलने की सिफारिश की थी। सूत्र ने बताया, ‘‘दिल्ली सरकार निरूद्ध क्षेत्र के बाहर लॉकडाउन की पाबंदी खत्म करने के पक्ष में है क्योंकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मानना है कि अनिश्चितकाल के लिए लॉकडाउन जारी नहीं रह सकता और सारी सावधानी बरतते हुए हमें कोरोना वायरस के साथ जीने का तरीका सीखना होगा।’’
दिल्ली में एक दिन में 1,163 नए मामले सामने आए, संक्रमितों की कुल संख्या 18 हजार के पार
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक दिन में कोविड-19 के 1,163 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या 18 हजार के पार पहुंच गयी है। वहीं, शनिवार तक संक्रमण से राजधानी में 416 लोग की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 के दिल्ली में आज आए 1,163 नए मामले एक दिन की सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 29 मई को एक दिन में सबसे ज्यादा 1,106 नए मामले सामने आए थे। यह लगातार दूसरा दिन है जब दिल्ली में कोविड-19 के 1,100 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। शनिवार को सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 416 हो गई है, वहीं अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 18,549 हो गई है।