भारत-वियतनाम के बीच कई क्षेत्रों में समझौते, डिफेंस और टेक्नोलॉजी पर जोर
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: March 3, 2018 02:58 PM2018-03-03T14:58:37+5:302018-03-03T14:58:37+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वियतनाम के राष्ट्रपति ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग तीन देशों की भारत यात्रा पर हैं। शनिवार दोपहर उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के साथ प्रतिधिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच रक्षा, तकनीकी, कृषि, तेल और गैस के क्षेत्र में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
पीएम नरेंद्र मोदी ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने रक्षा और तकनीकी क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है। दोनों देश साथ मिलकर इंडो-पैसिफिक भेत्र की शांति के लिए काम करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि हमने ऊर्जा, कृषि, वस्त्र, तेल और गैस के क्षेत्र में समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। हम दोनों देशों की बहुआयामी संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं।
We have decided that we will enhance cooperation in defence production and explore opportunities in transfer of technology. We will jointly work for an open, independent & prosperous Indo Pacific area where sovereignty and international law is respected: PM Narendra Modi pic.twitter.com/zfaaH3PFPf
— ANI (@ANI) March 3, 2018
इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, "सभी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर हमारी समग्र रणनीतिक भागीदारी को और सशक्त पर चर्चा हुई।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में वियतनाम का दौरा किया था। इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंध रणनीतिक साझेदारी से बढ़कर समग्र रणनीतिक भागीदारी में तब्दील हो गए थे। मोदी और क्वांग आज द्विपक्षीय बैठक करेंगे, जिसके बाद कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। राष्ट्रपति क्वांग वियतनाम-भारत बिजनेस फोरम में भी शिरकत करेंगे।
वियतनाम भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' के तहत दक्षिणपूर्व एशिया में महत्वपूर्ण साझेदार है और मौजूदा समय में दणिक्षपूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) में भारत का समन्वयक देश है। आसियान के अलावा भारत और वियतनाम पूर्वी एशिया सम्मेलन, मेकोंग गंगा सहयोग, एशिया यूरोप बैठक जैसे क्षेत्रीय फोरम में भी सहयोग कर रहे हैं।
भारत और वियतनाम का 2016-17 में व्यापार 6.24 अरब डॉलर रहा और दोनों पक्षों के बीच व्यापार को 2020 तक 15 अरब डॉलर तक बढ़ाने पर सहमति बनी। रक्षा क्षेत्र दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का महत्वपूर्ण स्तंभ बनकर उभरा है।
*IANS से इनपुट के साथ