Kailash Gahlot: एलजी से बेहतर रिश्ते?, केजरीवाल के विश्वासपात्र, जानिए कैलाश गहलोत को...
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 21, 2024 17:12 IST2024-09-21T17:07:39+5:302024-09-21T17:12:46+5:30
Delhi CM Oath Ceremony LIVE: उपराज्यपाल ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर केजरीवाल की अनुपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए नामित किया था।

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Delhi CM Oath Ceremony LIVE: आप नेता कैलाश गहलोत ने सीएम आतिशी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। उपराज्यपाल से भी सौहार्दपूर्ण संबंध रखने वाले केजरीवाल के विश्वासपात्र में कैलाश गहलोत का नाम आता है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली निवर्तमान कैबिनेट में शामिल कैलाश गहलोत को आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख का विश्वासपात्र कहा जाता है और वह आतिशी के साथ मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शुमार थे। पचास वर्षीय विधायक गहलोत ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं और ‘आप’ के एक प्रमुख जाट नेता हैं, जिन्होंने 2015 और 2020 में दो बार नजफगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। उन्होंने 2015 में 1,555 मतों के मामूली अंतर से जीत हासिल की थी, लेकिन 2020 में उनकी जीत का अंतर 6,231 मत रहा था।
#WATCH | AAP leader Kailash Gahlot takes oath as Minister in CM Atishi led Delhi govt. pic.twitter.com/oCgGg03gHc
— ANI (@ANI) September 21, 2024
वर्ष 2017 में कपिल मिश्रा के इस्तीफे के बाद उन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया था। दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने वाले गहलोत ने परिवहन, महिला एवं बाल विकास, गृह और आईटी जैसे महत्वपूर्ण विभाग संभाले। उन्हें दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहन नीति शुरू करने और बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा और ‘फेसलेस’ सेवाओं की शुरुआत समेत कई अन्य पहल का श्रेय दिया जाता है। नौकरशाही और उपराज्यपाल वी. के सक्सेना के साथ उनके सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं।
#WATCH | AAP leader Atishi takes oath as Chief Minister of Delhi pic.twitter.com/R1iomGAaS9
— ANI (@ANI) September 21, 2024
उन्हें उपराज्यपाल ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर केजरीवाल की अनुपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए नामित किया था। केजरीवाल उस समय तिहाड़ जेल में थे। केजरीवाल ने तिरंगा फहराने के लिए आतिशी के नाम की सिफारिश की थी, लेकिन सक्सेना ने गहलोत को चुना, क्योंकि उनके पास गृह विभाग भी है।
पिछले साल केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आबकारी नीति मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद, उन्हें कुछ समय के लिए वित्त विभाग दिया गया था और उन्होंने दिल्ली का 2023-24 बजट भी पेश किया था। नजफगढ़ के विधायक को राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोपों से दूर रहकर अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने वाला व्यक्ति माना जाता है।