रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के एलओसी पर दिए बयान ने बौखलाया पाकिस्तान, दी तीखी प्रतिक्रिया
By अंजली चौहान | Published: July 27, 2023 02:08 PM2023-07-27T14:08:43+5:302023-07-27T14:11:48+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की "भारत एलओसी पार करने के लिए तैयार है" टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान ने कहा है कि वह "किसी भी आक्रामकता के खिलाफ अपनी रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है"। रक्षा मंत्री का बयान तब आया जब वह बुधवार को लद्दाख के द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर बोल रहे थे।
नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एलओसी रेखा को लेकर जो बयान दिया उससे पाकिस्तान में खलबली मच गई है। रक्षा मंत्री के बयान के एक दिन बाद ही पाकिस्तान ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह के उस बयान पर टिप्पणी की जिसमें उन्होंने कहा, "भारत अपना सम्मान और गरिमा बनाए रखने के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करने के लिए तैयार है।"
इस बयान पर पाकिस्तान ने जुझारू बयानबाजी की और शांति और स्थिरता के लिए इसे खतरा बताया।
दरअसल, 26 जुलाई, बुधवार को देश अपना 24वां कारगिल दिवस मना रहा था। इसी अवसर पर लद्दाख के द्रास शहर में कारगिल युद्ध स्मारक पर राजनाथ सिंह सैनिकों के बीच पहुंचे हुए थे और उन्होंने यहां से संदेश दिया। राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम देश के सम्मान और गरिमा को बनाए रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। अगर इसमें एलओसी पार करना शामिल है, तो हम ऐसा करने के लिए तैयार हैं अगर हमें उकसाया गया और जरूरत पड़ी तो हम एलओसी पार कर जाएंगे।
उन्होंने कहा, "भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है जो अपने सदियों पुराने मूल्यों में विश्वास करता है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के प्रति प्रतिबद्ध है, लेकिन अपने हितों की रक्षा के लिए हम एलओसी पार करने में संकोच नहीं करेंगे।"
पाकिस्तान ने पीठ में छुरा घोंपा था- रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह ने कारगिल दिवस के मौके हुए युद्ध को याद करते हुए कहा कि भारत पर कारगिल युद्ध थोपा गया था और पाकिस्तान ने उस समय भारत की पीठ में छुरा घोंपा था। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने की कोशिश की लेकिन पाकिस्तान ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा दिया।
ऑपरेशन विजय के दौरान भारतीय सेना ने न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया को संदेश दिया कि जब हमारे राष्ट्रीय हितों की बात आएगी तो हमारी सेना किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेगी।
पाकिस्तान ने भारत को सर्तक रहने के लिए कहा
राजनाथ सिंह के लद्दाख में बोले बयानों को लेकर पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी आक्रामकता के खिलाफ अपनी रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है।
एक बयान में कहा गया, "हम भारत को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह देते हैं क्योंकि उसकी आक्रामक बयानबाजी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा है और दक्षिण एशिया में रणनीतिक माहौल को अस्थिर करने में योगदान देती है।"
बौखलाए पाकिस्तान के इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय ने कहा यह पहली बार नहीं है कि भारत के राजनीतिक नेताओं और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान के बारे में "अत्यधिक गैर-जिम्मेदाराना" टिप्पणी की है।
बता दें कि पाकिस्तान से सटी जम्मू-कश्मीर की सीमा पर पाकिस्तान द्वारा की जाने वाली गतिविधियाँ और कश्मीर मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण रहती है। इससे पहले साल 1999 में कारगिल युद्ध हुआ था जिसमें पाक और भारतीय सेनाओं के बीच युद्ध ने पूरे देश की टेंशन बढ़ा दी थी।
हालांकि, भारतीय सेना ने 1999 में लद्दाख में महत्वपूर्ण ऊंचाइयों पर गुप्त रूप से कब्जा करने वाली पाकिस्तानी सेना को पीछे धकेलने के लिए एक भयंकर जवाबी हमला, ऑपरेशन विजय शुरू किया था।
युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों को द्रास, कारगिल और बटालिक सेक्टरों में कठोर मौसम की स्थिति के बीच सबसे चुनौतीपूर्ण इलाके में लड़ते देखा गया। कारगिल विजय दिवस पाकिस्तान पर भारत की जीत को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है।