रक्षा मंत्रालय के अधिकारी का अंदेशा, 'भारतीय पायलट के साथ हुआ बुरा बर्ताव, पाक सेना जैश और मसूद को दे रही है पनाह'

By पल्लवी कुमारी | Published: February 28, 2019 01:57 PM2019-02-28T13:57:35+5:302019-02-28T13:57:35+5:30

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर जानकरी दी है कि उनके पास भारत का एक पायलट है। उससे पहले पाकिस्तान की ओर से ये दावा किया जा रहा था कि पाकिस्तान ने भारत के दो विमान मार गिराए हैं और दो भारतीय पायलट को भी गिरफ्तार किया है। जिसका बाद में पाकिस्तान की ओर से ही खंडन किया गया।

Defence Ministry: Pakistan Army actively supporting jem, Masood Azhar facilities | रक्षा मंत्रालय के अधिकारी का अंदेशा, 'भारतीय पायलट के साथ हुआ बुरा बर्ताव, पाक सेना जैश और मसूद को दे रही है पनाह'

रक्षा मंत्रालय के अधिकारी का अंदेशा, 'भारतीय पायलट के साथ हुआ बुरा बर्ताव, पाक सेना जैश और मसूद को दे रही है पनाह'

HighlightsPOW (प्रिजनर्स ऑफ वॉर) यानी युद्धबंदियों के अधिकारों और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए कुछ निमय हैं, जिसे जेनेवा कन्वेंशन का नाम दिया गया है।  जेनेवा कन्वेंशन  के किसी भी युद्धबंदियों की टीवी पर चित्र, विडियो या उनसे जुड़ी अन्य चीजें नहीं दिखाई जा सकती है। 

भारत पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि हमारा मानना है कि पाकिस्तान द्वारा किया गया हवाई हमला सैन्य प्रतिष्ठानों पर किया गया था। हमें लगता है, पाकिस्तान की सेना ने जेनेवा समझौते का उल्लंघन करते हुए भारतीय वायुसेना के पायलट के साथ बुरा व्यवहार किया है।" पाकिस्तान का दावा है कि उसके कब्जे में भारत का पायलट है। वहीं, भारत ने भी यह माना है कि पाकिस्तान के कब्जे में उनका एयरफोर्स का एक जवान है। हालांकि भारत की ओर से भारतीय एयरफोर्स जवान की पहचान नहीं बताई गई है। 


 रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने यह भी कहा, ''हमारा मानना है कि पाकिस्तान की सेना सक्रिय रूप से जैश-ए-मोहम्मद को समर्थन दे रही है, और मसूद अजहर जैसे उसके सरगनाओं को अपने ठिकानों पर पनाह दे रही है। "


जानिए क्या होता है जेनेवा कन्वेंशन

- POW (प्रिजनर्स ऑफ वॉर) यानी युद्धबंदियों के अधिकारों और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए कुछ निमय हैं, जिसे जेनेवा कन्वेंशन का नाम दिया गया है। 

- जेनेवा कन्वेंशन  के किसी भी युद्धबंदियों की टीवी पर चित्र, विडियो या उनसे जुड़ी अन्य चीजें नहीं दिखाई जा सकती है। 

- जेनेवा कन्वेंशन में साफ-साफ बताया गया है कि युद्धबंदियों के क्या अधिकार हैं। इसके मुताबिक, युद्धबंदी के साथ अमानवीय बर्ताव नहीं किया जाएगा। उसे किसी भी तरह से प्रताड़ित या फिर शोषित नहीं किया जाएगा।

- जेनेवा कन्वेंशन के मुताबिक पकड़े जाने पर युद्धबंदी सिर्फ अपना नाम, अपना सीरियल नंबर और पोजिशन ही बता सकता है ताकि वह किसी खतरे की चपेट में न आए। 

-जेनेवा कन्वेंशन कहता है कि युद्ध खत्म होने पर युद्धबंदी को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और उसे उसके देश भेजा जाना चाहिए। 

-जेनेवा कन्वेंशन के मुताबिक युद्धबंदी को उचित खाना-पीना दिया जाना चाहिए। उसकी हर तरह से देखभाल भी होनी चाहिए। इतना ही नहीं अगर उसको कोई मेडिकल की जरूरत हो तो उसे फौरन मिलना चाहिए। 

भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा- सुरक्षित वापस भेजे हमारा जवान

विदेश मंत्रालय ने भारत ने पाकिस्तान को सलाह दी है कि भारतीय वायुसेना के जवान को पाक सेना की हिरासत में किसी तरह का कोई नुकसान न पहुंचाया जाए। भारत को उनके तत्काल और सुरक्षित वापसी की भी उम्मीद है।  विदेश मंत्रालय ने भारत ने पाकिस्तान द्वारा इंडियन एयरफोर्स के घायल जवान की तस्वीर जारी करने पर हुए इंटरनैशनल ह्यूमैनिटेरियन लॉ और जेनेवा कनवेंशन के मानदंडों के उल्लंघन करने को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। 

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने 27 फरवरी को जानकारी दी है कि पाकिस्तान का एक फाइटर प्लेन भारतीय वायुसेना ने मार गिराया। वहीं, उन्होंने पुष्टि की है कि भारत ने एक मिग 21 विमान को खोया है और हमारा एक पायलट भी लापता है। लेकिन उन्होंने पायलट के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी है। उन्होंने कहा कि इस बारे में जैसे-जैसे सूचना मिलेगी हम जवाब देंगे।

Web Title: Defence Ministry: Pakistan Army actively supporting jem, Masood Azhar facilities

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