अनुच्छेद 35-ए के साथ छेड़छाड़ से जम्मू कश्मीर के भारत में विलय पर बहस फिर से शुरू हो जाएगी: उमर
By भाषा | Published: August 15, 2018 02:38 AM2018-08-15T02:38:02+5:302018-08-15T02:38:02+5:30
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 35-ए के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ की कोशिश के गंभीर परिणाम होंगे और भारत के संघ के साथ जम्मू कश्मीर के विलय पर अनिवार्य रूप से ‘बहस फिर से शुरू’ हो जाएगी।
श्रीनगर, 15 अगस्त: नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 35-ए के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ की कोशिश के गंभीर परिणाम होंगे और भारत के संघ के साथ जम्मू कश्मीर के विलय पर अनिवार्य रूप से ‘बहस फिर से शुरू’ हो जाएगी।
अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू और कश्मीर का भारत के संघ के साथ विलय 1947 में अन्य रियासतों के विपरीत कुछ शर्तों के साथ हुआ था। उन्होंने कहा, ‘‘ अगर अनुच्छेद 35-ए की वैधता जांच के दायरे में आती है तो फिर राज्य और देश के बीच रिश्ते भी जांच के दायरे में आ जाएंगें।’’
अब्दुल्ला यहां पार्टी मुख्यालय ‘नावा-ए-सुबहा’ में प्रांतीय समितियों (कश्मीर) की मासिक बैठक को संबोधित कर रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 35-ए की सुरक्षा के लिए आवाजें बुलंद हो रही हैं। यह क्षेत्र और मजहब निरपेक्ष है और इसको सांप्रदायिक रंग देने की किसी भी कोशिश की शिकस्त हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ आरएस पुरा के भाजपा विधायक ने हाल में अनुच्छेद 35-ए के पक्ष में बात की है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष ने कहा कि लद्दाख के लोग भी अनुच्छेद 35-ए के पक्ष में आगे आए हैं।