दरभंगा जंक्शन पर बम विस्फोटः एनआईए ने शुरू की जांच, रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी
By एस पी सिन्हा | Updated: June 25, 2021 19:42 IST2021-06-25T19:41:25+5:302021-06-25T19:42:35+5:30
एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि बिहार, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना समेत कई राज्यों से तार जुड़ने के कारण जांच की कमान एनआईए को सौंपी गई है.

रभंगा में जिस पार्सल में विस्फोट हुआ, वह सिकंदराबाद से ही ट्रेन से भेजा गया था.
पटनाः बिहार के दरभंगा जंक्शन पर हुए पार्सल बम विस्फोट की जांच एनआईए ने शुरू कर दी है. एनआईए की लखनऊ यूनिट ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
एनआईए की छह सदस्यीय टीम आज दरभंगा पहुंची और जांच शुरू कर दी है. इस दौरान एनआईए बिहार एटीएस की अब तक की कार्रवाई की समीक्षा भी करेगी. अब तक हुई जांच की रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी जायेगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर अब दरभंगा बम विस्फोट की जांच का जिम्मा एनआईए को दिया गया है.
एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि बिहार, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना समेत कई राज्यों से तार जुड़ने के कारण जांच की कमान एनआईए को सौंपी गई है. सूत्रों के अनुसार, बिहार, उत्तर प्रदेश और तेलांगाना राज्य की एटीएस के साथ एनआईए जांच कर रही है. अब तक हुई जांच में एटीएस को दरभंगा पार्सल विस्फोट आतंकी साजिश की तरफ मुड़ रहा है.
जांच टीम को शक है कि दरभंगा में किसी बड़ी साजिश की तैयारी की जा रही थी. फिलहाल दरभंगा विस्फोट की जांच के लिए रेल पुलिस की टीम करीब एक सप्ताह से सिकंदराबाद में है. दरभंगा में जिस पार्सल में विस्फोट हुआ, वह सिकंदराबाद से ही ट्रेन से भेजा गया था. सूत्रों की मानें तो पार्सल बुकिंग में दी गई जानकारियां फर्जी है.
पार्सल बुक करने वाले सुफियान की तलाश नहीं हो पाई. इस नाम के संदिग्ध आतंकी की तलाश एटीएस चार साल से कर रही है. उसके पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग लेने की भी बात कही जा रही है. यहां बता दें कि तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन से एक पार्सल ट्रेन से दरभंगा भेजा गया था. 17 जून को जब पार्सल दरभंगा स्टेशन पर उतारा जा रहा था तभी प्लेटफॉर्म पर कम क्षमता का एक धमाका हुआ.
धमाके की वजह किसी को समझ में नहीं आई. जीआरपी के बाद इसकी जांच में एटीएस और एफएसएल को लगाया गया. पार्सल में कपड़ों के अलावा एक शीशी थी, जिसमें कुछ केमिकल रखा गया था. विस्फोट इसी केमिकल की वजह से हुआ. हालांकि अब तक की जांच में मालूम नहीं चला है कि केमिकल कौन सा था? शीशी और उसके नमूनों की जांच के लिए एफएसएल हैदराबाद भेजी गई है.
जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि पार्सल में उच्च तीव्रतावाले केमिकल बम का इस्तेमाल किया गया था. सूत्रों के अनुसार, आतंकी कनेक्शन के प्रमाण मिलने के साथ ही एनआइए व एटीएस चौकस हो गई है. कपड़ों के बीच गट्ठर में बंधे होने, बोतल के पूरी तरह से टेप से सील रहने तथा खुले प्लेटफॉर्म पर विस्फोट होने की वजह से बड़ा हादसा नहीं हो सका.
सूत्रों के मुताबिक अब तक चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. यह कार्रवाई देश के अलग-अलग हिस्सों में की गई है. जांच एजेंसियां हिरासत में लिए गए संदिग्धों को लेकर कोई खुलासा करने से बच रही हैं. आधिकारक सूत्रों ने बताया कि मामले के पीछे बड़ी आतंकी साजिश और इसके तार पाकिस्तान से जुडे़ होने के चलते जांच का दायरा बढ़ सकता है.