Cyclone Nisarga: आज रात नवसारी से टकराने की उम्मीद, पीएम ने लिया जायजा, महाराष्ट्र और गुजरात में 33 टीमें तैनात, NDRF अलर्ट पर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 2, 2020 04:00 PM2020-06-02T16:00:40+5:302020-06-02T16:00:40+5:30
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 15 टीमों को महाराष्ट्र में तैनात किया गया है, मुंबई में 3, रायगढ़ में 4, पालघर, ठाणे और रत्नागिरी में 2-2 और सिंधुदुर्ग और नवी मुंबई में 1-1 टीम तैनात की गई हैं।
नई दिल्लीः भारत के मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार संभावना है कि आज रात या 4 जून की सुबह तक CycloneNisarga नवसारी क्षेत्र में टकरा सकता है, सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं। क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है। लगभग हजारों लोग को बाहर निकाल दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पश्चिमी भारत में चक्रवाती हालात के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया। भारत के मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र और गहरा हो गया है तथा यह चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। चक्रवात निसर्ग के तीन जून को देर शाम तक उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों तक पहुंचने का अनुमान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ भारत के पश्चिमी तट पर चक्रवात के हालात के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी लोगों की कुशलता के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे हरसंभव ऐहतियात और सावधानियां बरतें।’’
Took stock of the situation in the wake of cyclone conditions in parts of India’s western coast. Praying for everyone’s well-being. I urge people to take all possible precautions and safety measures: Prime Minister Narendra Modi pic.twitter.com/hvIpqVU1sZ
— ANI (@ANI) June 2, 2020
‘निसर्ग’ तूफान के मद्देनजर महाराष्ट्र और गुजरात में 33 टीमें तैनात : एनडीआरएफ महानिदेशक
महाराष्ट्र और गुजरात की ओर बढ़ रहे तूफान ‘निसर्ग’ के मद्देनजर एनडीआरएफ ने दोनों राज्यों के तटीय जिलों में अपनी 33 टीमें तैनात की हैं। यह जानकारी बल के प्रमुख ने मंगलवार को दी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस एन प्रधान ने एक वीडियो संदेश में बताया, ‘‘गुजरात और महाराष्ट्र में बल की क्रमश: 11 और 10 टीमें हैं और उन्हें तटीय जिलों में तैनात किया गया है।’’ उन्होंने बताया कि गुजरात के अनुरोध पर पंजाब से और पांच टीमों को विमान के जरिये पहुंचाया जा रहा है।
प्रधान ने बताया कि गुजरात में एनडीआरएफ की कुल 17 टीमें होंगी जिनमें दो टीमों को रिजर्व रखा गया है जबकि पड़ोसी महाराष्ट्र में छह रिजर्व टीमों सहित बल की 16 टीमें होंगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इसके साथ ही इन दोनों राज्यों में कुल 33 टीमों को तैनात किया जा रहा है।’’ उल्लेखनीय है कि एनडीआरएफ की एक टीम में करीब 45 जवान होते हैं और वे पेड़ तथा खंभे काटने की मशीन, संचार उपकरण, छोटी नौकाओं और मूलभूत चिकित्सा शाखा से लैस होती है।
प्रधान ने कहा कि टीमों ने जमीन पर काम शुरू कर दिया है और वे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और स्थानीय लोगों में जागरूकता पैदा करने में लगी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, यह प्रचंड चक्रवाती तूफान नहीं है, लेकिन सभी मूलभूत तथ्यों को ध्यान में रखकर सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। हम बेहतर होने की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन हमें सबसे बुरे हालात के लिए भी तैयार रहना चाहिए।’’ चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के बुधवार को गुजरात और महाराष्ट्र के तट से टकराने का अनुमान है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि तूफान के तीन जून को दक्षिण गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तट से होकर गुजरने का अनुमान है। आईएमडी ने बताया कि जब तूफान तीन जून की शाम तट से गुजरेगा, उस समय 105 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। दक्षिण गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में भारी वर्षा होने का भी अनुमान है।
As per the alert issued by India Meteorological Department, there is possibility that #CycloneNisarga may hit Navsari area tonight or by morning of 4th June; all required measures have been taken: Ardra Agarwal, District Collector, Navsari. #Gujaratpic.twitter.com/PbMTFT57cD
— ANI (@ANI) June 2, 2020
चक्रवात की आशंका के बीच पालघर के मछुआरे 13 नौकाओं के साथ समुद्र में
पालघर, दो जून (भाषा) महाराष्ट्र में चक्रवात 'निसर्ग' के आने की सूचना के मद्देनजर जारी तैयारियों के बीच प्रदेश के पालघर जिले के मछुआरों की 13 नौकाएं अब भी समुद्र में है और उन्हें जल्द से जल्द वापस तट तक लाने का प्रयास किया जा रहा है ।
अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी । महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई और आस पास के जिलों में निसर्ग के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया है । निसर्ग चक्रवात के बुधवार को तट तक आने की संभावना है । पालघर के कलेक्टर कैलाश शिंदे ने बताया कि इससे पहले पालघर से मछली पकड़ने वाली 577 नौकाएं समुद्र में थीं और सोमवार की शाम तक 477 नौका वापस आ चुकी हैं । शिंदे ने कहा कि बाकी बची 100 नौकाओं को भी वापस लाये जाने का प्रयास किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा, 'अब केवल 13 नौकाएं समुद्र में बची हैं ।' इन सभी नौकाओं पर कितने मछुआरे हैं, इसके बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है। पालघर आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि जिला प्रशासन बाकी बची नौकाओं को वापस लाने के लिये तट रक्षकों एवं मत्स्य विभाग के अधिकारियों की मदद ले रहा है । शिंदे ने बताया कि अगर जरूरत पड़ी तो इन क्षेत्रों में चक्रवात के दौरान बिजली आपूर्ति बंद की जा सकती है ।
कलेक्टर ने चक्रवात के दौरान क्या करें और क्या न करें की भी एक सूची जनता के लिये जारी की है । पड़ोसी ठाणे जिले में एनडीआरएफ की एक कंपनी सोमवार को पहुंची जिसे उत्तान में तैनात किया गया है जहां, बड़ी तादाद में मछुआरा समुदाय के लोग रहते हैं । ठाणे के कलेक्टर राजेश नरवेकर ने इसकी जानकारी दी ।
नरवेकर ने कहा कि उन्होंने मछुआरों से समुद्र में नहीं जाने के लिये कहा है । जिला आपदा नियंत्रण अधिकारी अनिता जवंजल ने बताया कि ठाणे जिले की मछली पकड़ने वाली कोई नौका अब समुद्र में नहीं है । उन्होंने बताया कि सभी 252 नौकाएं सोमवार की शाम तक वापस लौट आयी हैं । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सोमवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बातचीत की और तूफान से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया ।
Heavy rains and strong winds hit #Goa's capital Panaji. pic.twitter.com/I7h49gMLjD
— ANI (@ANI) June 2, 2020